हत्यारोपी दूसरे पति के साथ कोर्ट में पहुंची 5 माह पहले 'मृत' महिला
जौनपुर में पांच माह पहले महिला का अधजला शव मिलता है। परिवार वाले उसकी शिनाख्त करते हैं। सात लोगों पर हत्या का मुकदमा दर्ज कर दो को गिरफ्तार भी कर लिया गया। पांच आरोपियों की तलाश जारी है, लेकिन इसी बीच कहानी में नया मोड़ आ गया। जिसकी हत्या की कहानी इतनी लंबी, वह अचानक तीन जुलाई को इलाहाबाद हाईकोर्ट में दाखिल होत
By Edited By: Updated: Thu, 17 Jul 2014 05:26 PM (IST)
लखनऊ। जौनपुर में पांच माह पहले महिला का अधजला शव मिलता है। परिवार वाले उसकी शिनाख्त करते हैं। सात लोगों पर हत्या का मुकदमा दर्ज कर दो को गिरफ्तार भी कर लिया गया। पांच आरोपियों की तलाश जारी है, लेकिन इसी बीच कहानी में नया मोड़ आ गया। जिसकी हत्या की कहानी इतनी लंबी, वह अचानक तीन जुलाई को इलाहाबाद हाईकोर्ट में दाखिल होती है, वह भी हत्या के आरोपी अपने दूसरे पति के साथ।
कोर्ट से दरख्वास्त करती है, मैं जिंदा हूं, इन लोगों को छोड़ दीजिए। हाईकोर्ट ने संज्ञान लिया और मामला स्थानीय कोर्ट के हवाले कर दिया। महिला ने पति के साथ कल स्थानीय कोर्ट का भी दरवाजा खटखटाया। दरख्वास्त वही, मैं तो जिंदा हूं योर ऑनर, जेल में बंद लोगों को छोड़ दीजिए। पांच माह के भीतर हत्या और फिर जिंदा होकर अदालत में हाजिरी देकर इस महिला ने विवेचना पर सवाल खड़ा कर दिया है। सात फरवरी को बरसठी थाना क्षेत्र के निगोह गांव में गेहूं के खेत में एक महिला की जली लाश मिली। खबर मिलते लापता बेटी प्रतिमा की तलाश कर रहे टड़वा केराकत के अमरजीत, बेटे राहुल के साथ मर्चरी आए। उन्होंने शव व मौके से बरामद महिला का सामान देखा और बेटी के रूप में उसकी शिनाख्त की। पहले से ही प्रतिमा को अगवा करने के आरोप में चार के खिलाफ मुकदमा दर्ज था। कथित पहचान होने के बाद पुलिस ने तफ्तीश आगे बढ़ाई। डाग स्क्वायड का सहयोग लिया तो प्रतिमा की स्कूल आइडी व कुछ अन्य सामान मडियाहूं के जिरवंती पटेल के घर में मिले। उसे पुलिस ने जब पकड़ा तो किशुनपुर के कड़ेदीन व कजियाना के मोहममद जमील का भी नाम साजिश में आया। कड़ेदीन व जिरवंती गिरफ्तार कर लिए गए। जमील सहित अन्य पांच आरोपी फरार चल रहे थे। इसी बीच प्रतिमा अचानक अदालत पहुंची और साथ आए आरोपी जमील को अपना पति बता रही है।
पुलिस के सामने दो सवाल: जिस प्रतिमा की हत्या हो गई थी वह जिंदा कैसे सामने आ गई। अगर कोर्ट पहुंची महिला ही प्रतिमा है तो वह लाश किसकी थी जो 7 फरवरी को निगोह में पाई गई। जवाब में थाना प्रभारी का तर्क है कि पिता व भाई ने ही उसकी पहचान की थी। आगे क्या करेंगे इस विषय पर उनका कहना है कि जो खुद को प्रतिमा बता रही है उसकी भी जांच की जाएगी।
19 जनवरी को हुई थी गायब: प्रतिमा की शादी जलालपुर क्षेत्र में हुई थी किंतु वह मायके में ही रहती थी। 19 जनवरी की सुबह अचानक लापता हो गई। भाई राहुल ने गांव केदिनेश, मुंबई के बाबूराव, सिकरारा के अरविंद तथा सर्वेश यादव पर बहलाकर गायब करने का मुकदमा दर्ज कराया था। पढ़ें : ससुरालियों पर लगाया पुत्र की हत्या करने का आरोप पढ़ें : ज्योति कांड की कहानी, तारीखों की जुबानी