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थाइलैंड की टायर फैक्ट्री में लगा यादव सिंह का पैसा

नोएडा, ग्रेटर नोएडा व यमुना प्राधिकरण के प्रमुख अभियंता पद से हटाए गए यादव सिंह की काली कमाई का पैसा विदेश में भी लगा है। थाइलैंड में टायर बनाने की फैक्ट्री में यादव सिंह का पैसा लगा होने की बात सामने आ रही है। हालांकि, अधिकारिक तौर पर इसकी पुष्टि

By Kamal VermaEdited By: Updated: Fri, 05 Dec 2014 07:53 PM (IST)
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नोएडा। नोएडा, ग्रेटर नोएडा व यमुना प्राधिकरण के प्रमुख अभियंता पद से हटाए गए यादव सिंह की काली कमाई का पैसा विदेश में भी लगा है। थाइलैंड में टायर बनाने की फैक्ट्री में यादव सिंह का पैसा लगा होने की बात सामने आ रही है। हालांकि, अधिकारिक तौर पर इसकी पुष्टि नहीं हो सकी है। पिछले सप्ताह यादव सिंह के घर आयकर विभाग द्वारा की गई छापेमारी में मिली डायरी में यह खुलासा हुआ है।

सूत्रों का दावा है कि थाइलैंड की फैक्ट्री में यादव सिंह समेत कई बड़े राजनेताओं का पैसा लगा है। एक पूर्व मुख्यमंत्री के भाई का नाम भी इसमें आ रहा है। साथ ही कुछ बड़े ठेकेदारों का पैसा भी इसमें शामिल है। गौरतलब है कि बसपा शासनकाल में यादव सिंह की तीनों प्राधिकरण में तूती बोलती थी। निर्माण कार्यो के टेंडर वितरण में आला अधिकारियों को दूर रखा जाता था।

यादव सिंह अपनी मर्जी से गिने-चुने ठेकेदारों को टेंडर देते थे। बड़े टेंडरों में न केवल यादव सिंह कमीशन लेते थे, बल्कि निर्माण कार्यो में उनकी हिस्सेदारी भी होती थी। यही कारण है कि कम समय में यादव सिंह करोड़ों रुपये के मालिक बन गए और दिल्ली, गुड़गांव, फरीदाबाद, नोएडा, ग्रेटर नोएडा, बुलंदशहर, आगरा आदि शहरों में जमीन, फार्म हाउस व आम आदि के बाग खरीदे। रियल स्टेट में भी काली कमाई का पैसा लगाया।

थाईलैंड की जिस फैक्ट्री में यादव सिंह ने पैसा लगाया है, उसमें साइकिल से हवाई जहाज तक के टायर बनाए जाते हैं। फैक्ट्री में लगा 70 फीसद हिस्सा यादव सिंह और उनके करीबियों का है।

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