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जैसे ही दूल्हे ने सेहरा हटाया, बिफर पड़ी दुल्हन और फिर..

बरात चढ़ी, दावत खाई और खुशी-खुशी निकाह भी कुबूला.। जब वक्त सलामी का आया, दूल्हे ने सेहरा हटाया तो दुल्हन बिफर पड़ी। दूल्हा बदलने का आरोप लगाते हुए शादी को मानने से ही इन्कार कर दिया। घंटों पंचायत हुई, बड़े बुजुर्ग जुटे लेकिन दुल्हन ससुराल न जाने की जिद पर अड़ी रही। आखिरकार बिना दुल्हन ही बारा

By Edited By: Updated: Sat, 01 Feb 2014 11:44 AM (IST)
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जागरण संवाददाता, बरेली। बरात चढ़ी, दावत खाई और खुशी-खुशी निकाह भी कुबूला.। जब वक्त सलामी का आया, दूल्हे ने सेहरा हटाया तो दुल्हन बिफर पड़ी। दूल्हा बदलने का आरोप लगाते हुए शादी को मानने से ही इन्कार कर दिया। घंटों पंचायत हुई, बड़े बुजुर्ग जुटे लेकिन दुल्हन ससुराल न जाने की जिद पर अड़ी रही। आखिरकार बिना दुल्हन ही बारात वापस लौटा दी गई।

थाना बिथरी निवासी असरुद्दीन ने अपनी बेटी खातून की शादी एजाज नगर गौटिया निवासी जैनउद्दीन के बेटे आसिफ के साथ पांच महीने पहले तय की थी। शादी तय करने के बाद धूमधाम से सगाई और दूसरे कार्यक्रम हुए। मुकर्रर वक्त के मुताबिक, शुक्रवार को आसिफ की बरात परसौना पहुंची। गाजेबाजे के साथ बारात चढ़ी। बरातियों ने जमकर दावत खाई और फिर खुशी-खुशी निकाह की रश्म भी पूरी हो गई। इसके बाद लड़की वालों ने दूल्हे की सलामी की रश्म निभाने को कहा। पहले दूल्हे की ओर से आनाकानी की जाती रही। मामला बढ़ता गया तो दुल्हन खातून भी खफा हो गई। दबाव पड़ने पर जब दूल्हे ने चेहरे से सेहरा उठाया तो मानों खातून पर बिजलियां ही गिर पड़ीं। उसने दूल्हा बदलने का आरोप लगाते हुए निकाह को मानने से इन्कार कर दिया। दुल्हन के पक्ष ने भी खातून का साथ दिया और तय हुए दूल्हे आसिफ को बदले जाने की बात कही।

मामला बढ़ता देख गांव के प्रधान मैराजुद्दीन भी मौके पर पहुंच गए। उन्होंने दोनों पक्षों को समझाने का प्रयास किया लेकिन दुल्हन ने ससुराल जाने से साफ इन्कार कर दिया। इलाके और परिवार के मुअज्जिज लोग जुटे। घंटों पंचायत हुई लेकिन न दुल्हन राजी हुई और न ही दूल्हा बदलने की पहेली सुलझी। हांलाकि दूल्हे के पिता जैनउद्दीन कहते रहे कि जिस लड़के से निकाह हुआ है, उसी के साथ शादी तय की गई थी, लेकिन उनकी दलील सुनने को कोई राजी नहीं था।

मौके पर पहुंची पुलिस ने मामला सुलझाने की कोशिश की। देर रात तक कोई सफलता हासिल नहीं हुई। बात बनती न देख बिना दुल्हन के ही बरात बैरंग बरेली के लिए लौटा दी गई।

थाने में जुटेगी पंचायत

इलाके के मुअज्जिज लोगों के दखल के बावजूद मामला नहीं सुलझा। पुलिस भी मौके पर दूल्हे की पहेली सुलझाने में असफल रही। ऐसे हालात में लड़की वालों ने दहेज में आया सामान रख लिया और लड़के वालों ने सगाई में दिया गया सामान। साथ ही मामला सुलझाने के लिए शनिवार को थाना बिथरी चैनपुर में सुबह पंचायत बुलाई गई है।

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