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भारत में जन्मे इस बच्चे के 4 हाथ, 4 पैर, 4 कान और 2 दिल

जब एक नन्हीं सी जान इस दुनिया में आती है तो उनके माता-पिता से ज्यादा खुश और कोई नहीं होता। बच्चा चाहे जैसा भी हो मां-बाप अपने बच्चे को खुद से ज्यादा प्यार करते हैं।

By Abhishek Pratap SinghEdited By: Updated: Wed, 27 Apr 2016 04:36 PM (IST)

हर मां-बाप की ख्वाहिश होती है कि उनके घर में किलकारियां गूंजे लेकिन हर किसी की ये ख्वाहिश पूरी नहीं होती है। जब एक नन्ही सी जान इस दुनिया में आती है तो मां-बाप से खुश और कोई नहीं होता है। कई बार ऐसा होता है कि जिस नन्ही सी जान का वो महीनों या सालों से इंतजार कर रहे हैं वो आते ही दूसरी दुनिया में चला जाता है।

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इसे भगवान की मर्जी कहें या कुछ और...लेकिन गुजरात में एक ऐसे बच्चे ने जन्म लिया जिसके 4 हाथ, 4 पैर, 4 कान और 2 दिल थे। हालांकि ये बच्चा अब इस दुनिया में नहीं है लेकिन इस बच्चे ने डॉक्टरों तक के होश उड़ा दिए। डॉक्टरों का कहना है कि ऐसी स्थिति एक लाख प्रेग्नेंसी में से किसी एक के साथ ऐसा हो सकता है।

हॉस्पिटल के डॉक्टर्स के मुताबिक अगर गर्भ में जुड़वां बच्चे हों तो गर्भ का विभाजन गर्भधारण के 2-3 दिनों में ही हो जाना चाहिए। लेकिन इस अद्भुत केस में 2 हफ्ते बाद भी गर्भ के विभाजन की प्रक्रिया शुरू नहीं हुई थी। गर्भ के अंदर यह प्रक्रिया काफी लंबी चली, जिस कारण दोनों बच्चों के शरीर आपस में जुड़ गए।

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इसके साथ ही डॉक्टर्स ने बताया कि सियामीज ट्विन्स के शरीर से जुड़े अंगों को सर्जरी से अलग किया जाता है। लेकिन ये सर्जरी बेहद महंगी और कठिन होती है। आमतौर पर ऐसी सर्जरी के कामयाब होने की पॉसिबिलिटी कम ही होती है।

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ये स्थिति तब होती है, जब एक फर्टिलाइज्ड एग दो हिस्सों में बंट कर अलग-अलग हो जाता है, तब एक जैसे (आइडेंटिकल) ट्विन्स पैदा होते हैं। ऐसा गर्भधारण करने के 8 से 12 हफ्ते में होता है। लेकिन अगर ये टाइम 13 से 15 हफ़्तों तक बढ़ जाए, तो ये पूरी तरह अलग नहीं हो पाते और मां के गर्भ में इसी हालत में इनके अंग विकसित होने लगते हैं।

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