63 साल के बेटे को अब भी नहलाती है ये मां
मां की ममता की ढ़ेरों कहानियां आपने पढ़ी-सुनी होगी। ऐसी ही एक कहानी मेलिया मोहम्मद डिया की है। 101 वर्षीया डिया अपने सबसे छोटे 63 वर्षीय बेटे की देखभाल को लेकर दृढ़ संकल्पित है। डिया का बेटा अब्दुल रहमान न तो बोल सकता है न ही चल सकता है और
By Babita kashyapEdited By: Updated: Fri, 18 Mar 2016 11:51 AM (IST)
मां अपने बच्चों से बेहद प्यार करती है। मां की ममता की ढ़ेरों कहानियां आपने पढ़ी-सुनी होगी। ऐसी ही एक कहानी मेलिया मोहम्मद डिया की है। 101 वर्षीया डिया अपने सबसे छोटे 63 वर्षीय बेटे की देखभाल को लेकर दृढ़ संकल्पित है। डिया का बेटा अब्दुल रहमान न तो बोल सकता है न ही चल सकता है और सामान्य जीवन भी नहीं जी सकता। उसका जीवन उसकी मां के सहारे है। बचपन से ही मां ने उसके लिये सारे काम किये हैं। अपने कामों के अलावा मां ने उसका विशेष रूप से ख्याल रखा। चाहे नहलाने की बात हो या कपड़े पहनाने की या फिर उसे खाना खिलाने की। मां ने कभी उसे किसी के भरोसे नहीं छोड़ा। उसकी अपंगता के बावजूद डिया अपने इस विशेष बेटे की लंबी आयु के लिये ईश्वर से प्रार्थना करती है।
उम्र के बढऩे के साथ ही डिया की याद्दाश्त घटते जा रही है। हालांकि, फिर भी न ही वो अपने बेटे का नाम भूली है और न ही बेटे के प्रति वर्षों से निभाती आ रही अपनी दिनचर्या को। डिया के पति की मौत हुए 20 वर्ष हो चुके हैं। उसकी चार संतानों में से दो लड़के और एक लड़की भी अब इस दुनिया में नहीं है। इन सब गमों को किनारे रख वह सबसे छोटे बेटे के साथ खुशी से जीवन गुजारती है। उसका बेटा उसकी दिनचर्य का एक अहम हिस्सा है। 90 की पत्नी के वियोग में 95 के पति ने तोड़ा दम