अनोखी परंपरा: यहां दूल्हे को शराब पिलाती है सास
भारतीय समाज में शादी-ब्याह को लेकर आपने बहुत से परंपराओं के बारे में सुना होगा। लेकिन आज हम आपको एक ऐसी परंपरा के बारे में बता रहे हैं जिसे सुनकर आपको आश्चर्य होगा। मध्य-प्रदेश में आदिवासियों में बैगा समुदाय की महिलाएं आम महिलाओं से कुछ अलग हैं। इस समुदाय की महिलाएं
By Babita kashyapEdited By: Updated: Fri, 24 Jul 2015 12:34 PM (IST)
भारतीय समाज में शादी-ब्याह को लेकर आपने बहुत से परंपराओं के बारे में सुना होगा। लेकिन आज हम आपको एक ऐसी परंपरा के बारे में बता रहे हैं जिसे सुनकर आपको आश्चर्य होगा।
मध्य-प्रदेश में आदिवासियों में बैगा समुदाय की महिलाएं आम महिलाओं से कुछ अलग हैं। इस समुदाय की महिलाएं शराब का खूब सेवन करती हैं। यहां इसे बुरा भी नही माना जाता।खास बात है कि बैगा आदिवासियों की शादी में बारात लेकर पहुंचे दूल्हे को पहले दुल्हन की मां ही शराब पिलाती हैं और फिर दूल्हा और दुल्हन एक दूजे को शराब पिलाते है। शादी के अवसर पर तो इन्हें बेसब्री से इन्तजार होता है। शादी में शामिल होने वाले सभी मेहमान तो शराब पीते ही हैं साथ ही दूल्हा और दुल्हन को भी शराब का नेग बेहद जरूरी है। खुद दुल्हन की मां दूल्हे को अपने हाथों से शराब पिलाती हैं। इसके बाद दूल्हे और दुल्हन की एक दूसरे को शराब पिलाती हैं। बैगा आदिवासियों की शादी में पंडित नहीं होता। कोई विशेष सजावट और खर्च नहीं होते। महुए की शराब ही इनके लिये सब कुछ होती है।
महंगाई के इस दौर में यहां शादी का खर्च बहुत ही कम आता है। बैगा आदिवासियो में दहेज प्रथा पूरी तरह बंद है और पारंपरिक लिबास में ही दूल्हा अपनी दुल्हन को ब्याह कर ले जाता है। शादी रचाने और दुल्हन लाने के लिये आज भी पूरी बारात मीलों दूर पैदल चलकर जाती है। शादी का पण्डाल भी पेडों की पत्तियों से बनाया जाता है। तमाम सामाजिक रस्मों को पूरा करने के बाद दूल्हा दौड़कर अपनी दुल्हन को पकड़ लेता है और उसे अपनी अंगूठी पहना देता है।आदिवासी बैगा समुदाय में किसी भी जश्न या मातम की शुरूआत शराब के साथ ही होती है। बैगा आदिवासियों में शराब का तो जन्म से ही नाता रहा है। इस समाज की खासियत यह है कि गांव में खुशी हो या गम शराब पीने और पिलाने की परम्परा वर्षों से चली आ रही है।