सुलझ गई गुत्थी! तो इसलिए सूरज की तरफ आकर्षित होता है सूरजमुखी
सूरजमुखी के पौधे के बारे में तो सभी जानते होंगे साथ ही ये भी जानते होंगे कि सूरजमुखी का पौधा सूर्य की ओर आकर्षित होता है। लेकिन ऐसा क्यों होता है ये किसी को पता नहीं होगा।
वैज्ञानिकों ने सूर्य के प्रति सूरजमुखी के आकर्षण का कारण पता लगा लिया है। असल में यह पहेली इसके विकास से जुड़ी है, जिसे अब समझा जा सका है। किसी फैन की तरह सूरजमुखी का पौधा सुबह की पहली किरण से सूरज को तकता रहता है।
जैसे-जैसे सूरज पूरब से पश्चिम की तरफ जाता है, सूरजमुखी के पौधे का भी मुंह वैसे-वैसे घूमता जाता है और रात को फिर वापस अपनी जगह आकर सुबह होने का इंतजार करता है, लेकिन जैसे ही सूरजमुखी का पौधा पूर्णविकसित होता है वह पूर्व दिशा की तरफ रुक जाता है।
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साइंस नामक पत्रिका में छपे एक अध्ययन ने इस रहस्य पर से पर्दा उठा दिया है। शोधकर्ताओं ने पाया कि सूरजमुखी के पौधों का मुडऩा उसके तने के हिस्सों का दिन के अलग-अलग समय में विकसित होना है। इसके तने का एक हिस्सा दिन में और दूसरा रात में बढ़ता है। इसका बढऩा उस जीन से जुड़ा है जो प्रकाश से प्रतिक्रिया करता है। सूरजमुखी का यह व्यवहार उसके विकास के लिए बेहद अहम साबित होता है।
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जैविक घड़ी है रहस्य की कड़ी
सूरजमुखी के पौधे में भी वैसी ही एक आंतरिक घड़ी होती है जैसी मनुष्यों में होती है। इसे हम बायोलॉजिकल क्लॉक कहते हैं। इस अध्ययन को लिखने वाले यह लेखक प्रोफेसर यूसी डेविस का कहना है कि यह पहला उदाहरण है, जब हमें किसी पौधे में इस तरह की घड़ी के बारे में जानकारी मिली है, जो पौधे की वृद्धि से सीधे तौर पर जुड़ा हुआ है।
सुलझ ही गई सूरजमुखी की गुत्थी
वैज्ञानिक इस सालों से इस गुत्थी को सुलझाने में लगे थे, लेकिन अब कहीं जाकर इसे हल किया जा सका है। अध्ययन में खुलासा हुआ है कि सूरजमुखी के पौधे में इस प्रक्रिया को कार्केडियन रिद्म (एक तरह की जैविक प्रक्रिया जो 24 घंटे के क्रम में चलती है) के माध्यम से समझा जा सकता है।
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