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यहां कब्रों के बीच रहते हैं लोग

मिश्र देश के एक शहर में लोग इंसान के मरने के बाद उनकी कब्र इस तरह से बनवाते हैं कि कब्र की देखभाल करने के लिए वह वहां पर परिवार सहित रह सकें।

By Babita kashyapEdited By: Updated: Sat, 16 Jan 2016 10:44 AM (IST)
इंसान के मरने के बाद उसके मृत शरीर का अंतिम संस्कार कर दिया जाता है और अगर दफनाया जाता है तो कभी-कभी उसके परिजन उसकी कब्र की देखभाल कर फूल चढ़ा आते हैं।

श्मशान घाट हो या कब्र हर इंसान के मरने के बाद हर कोई उसे भूत समझकर उससे डरने लगता है।

लेकिन मिश्र देश के एक शहर में लोग इंसान के मरने के बाद उनकी कब्र इस तरह से बनवाते हैं कि कब्र की देखभाल करने के लिए वह वहां पर परिवार सहित रह सकें।

पिरामिड और ममी के लिए प्रसिद्ध मिस्त्र एक शहर ऐसा भी है जिसे मुर्दो का शहर कहा जाता है। इन कब्रों को मकान की तरह बनाया जाता है जिनमें खिड़की, दरवाजे और छतों पर पानी की टंकियां भी हैं। एल अराफा नाम के इस कब्रों के शहर में पांच लाख से अधिक आबादी रहती है।

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यहां कब्रों को कमरों की तरह बनाया गया है, जिसमें एक छोटा सा बगीचा भी बना होता है। कब्रों को बाकायदा सजाया जाता है। कब्रों की रखवाली करने पर उन्हें करीब 8 हजार रुपये महीने की आमदनी भी हो जाती है। हम सभी जानते हैं कि मुर्दो के बीच रहना भी कोई आसान काम नही है।

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