Move to Jagran APP

हमारे देश में सुबह-सुबह क्यों दी जाती है फांसी, जल्लाद क्यों कहता है 'हम तो हुक्म के गुलाम हैं'

हमारे देश में अगर कानून सबसे बड़ी सजा देता है तो वो है फांसी यानि कि मौत की सजा...लेकिन अपराधियों को सूर्योदय से पहले ही क्यों फांसी पर लटकाते हैं और जल्लाद उनसे क्या कहता है..जाने

By Abhishek Pratap SinghEdited By: Updated: Wed, 27 Jul 2016 12:08 PM (IST)
Hero Image

हमारे देश में सबसे बड़ी सजा मौत की है, दूसरे देशों में मौत की सजा कई तरीके से दी जाती है लेकिन हमारे देश में अपराधी को फांसी के फंदे पर लटकाया जाता है। लेकिन कभी आपने सोचा है कि हमारे देश में फांसी सूर्योदय से पहले सुबह के वक्त ही क्यों दी जाती है।

खैर, अगर नहीं पता है तो यहां हम आपको बताएंगे कि अपराधी को फांसी पर सुबह के वक्त ही क्यों लटकाया जाता है?

आईये नजर डालें कि आखिर फांसी के वक्त क्या-क्या होता है?

सुबह के वक्त दी जाती है फांसी:

फांसी वक्त सुबह-सुबह का इसलिए मुकर्रर इसलिए किया जाता है क्योंकि जेल मैन्युअल के तहत जेल के सभी कार्य सूर्योदय के बाद किए जाते हैं। फांसी के कारण जेल के बाकी कार्य प्रभानित ना हो ऐसा इसलिए किया जाता है।

पढ़ें- 200 साल बाद इंसान बन जाएगा भगवान!

फांसी से पहले जल्लाद कहता है:

फांसी देने से पहले जल्लाद बोलता है कि मुझे माफ कर दिया जाए। हिंदू भाईयों को राम-राम, मुसलमान भाईयों को सलाम, हम क्या कर सकते हैं हम तो हुक्म के गुलाम हैं।

कितनी देर के लिए फांसी के बाद लटकता है शव:

शव को कितनी देर तक फांसी के फंदे पर लटकाए रखना है इसके लिए कोई समय तय नहीं है। लेकिन फांसी के 10 मिनट बाद मेडिकल टीम शव की जांच करती है।

फांसी के वक्त इनकी मौजूदगी होती है जरूरी:

फांसी देते वक्त वहां पर एग्जीक्यूटिव मजिस्ट्रेट, जेल अधीक्षक और जल्लाद का मौजूद रहना बेहद जरूर है। इनमें से किसी की भी कमी में फांसी नही दी जा सकती।

पढ़ें- 96 साल पहले हुई थी मौत, आज भी झपकती हैं इस लाश की पलकें

फांसी की सजा के बाद जज का पेन की निब तोडना:

हमारे कानून में फांसी की सज़ा सबसे बड़ी सजा होती है। इसलिए जज इस सजा को मुकर्रर करने के बाद पेन की निब तोड़ देता है जिससे उसका इस्तेमाल दोबारा ना हो सके।

पढ़ें- ऑफिस में लोगों पर धौंस जमाने वाला ये CEO घर में कुत्ता बनकर रहता है!

आखिरी ख्वाहिश में क्या होता है:

जेल प्रशासन फांसी से पहले आखिरी ख्वाहिश पूछता है जो जेल के अंदर और जेल मैन्युअल के तहत होता है इसमें वो अपने परिजन से मिलने, कोई खास डिश खाने के लिए या फिर कोई धर्म ग्रंथ पढ़ने की इच्छा करता है अगर यह इच्छाएं जेल प्रशासन के मैन्युअल में है तो वो पूरी करता है।

रोचक, रोमांचक और जरा हटके खबरें पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें