विश्व बैडमिंटन चैंपियनशिप: सिंधू हारीं, मिला कांस्य पदक
ग्वांग्झू। विश्व बैडमिंटन चैंपियनशिप के महिला सिंगल्स के सेमीफाइनल मुकाबले में भारतीय शटलर पीवी सिंधू को थाइलैंड की खिलाड़ी रचनोक से हार का सामना करना पड़ा। थाइलैंड की खिलाड़ी रचनोक ने उन्हें सीधे सेटो में 21-10, 21-13 से शिकस्त दी। इस हार के साथ ही पीवी सिंधू को कांस्य पदक से संतोष करना पड़ेगा।
By Edited By: Updated: Sat, 10 Aug 2013 08:07 PM (IST)
ग्वांग्झू। उभरती हुई बैडमिंटन खिलाड़ी पीवी सिंधू को विश्व बैडमिंटन चैंपियनशिप के महिला सिंगल्स के सेमीफाइनल में शनिवार को यहां थाइलैंड की चौथी वरीयता रातचानोक इंतानोन के हाथों शिकस्त के साथ कांस्य पदक से संतोष करना पड़ा। दुनिया की 12वें नंबर की भारतीय खिलाड़ी को 36 मिनट चले एकतरफा मुकाबले में तीसरे नंबर की खिलाड़ी के खिलाफ सीधे गेमों में 10-21, 13-21 से हार का सामना करना पड़ा। उनकी हार के साथ इस प्रतियोगिता में भारतीय अभियान भी समाप्त हो गया।
भारत ने विश्व चैंपियनशिप में कुल तीसरी बार और लगातार दूसरी बार पदक हासिल किया है। सबसे पहले भारत के लिए 1983 में कोपेनहेगन में प्रकाश पादुकोण ने पुरुष सिंगल्स में कांस्य पदक जीता था, जबकि 2011 में लंदन में हुई पिछली विश्व चैंपियनशिप में ज्वाला गट्टा और अश्विनी पोनप्पा की अनुभवी जोड़ी ने भारत के लिए कांस्य पदक हासिल किया था। एक दिन पहले ही विश्व चैंपियनशिप के सेमीफाइनल में पहुंचकर पदक सुनिश्चित करने वाली पहली भारतीय महिला सिंगल्स खिलाड़ी बनकर इतिहास रचने वाली सिंधू शनिवार को बिल्कुल भी लय में नहीं दिखीं। उन्हें कोर्ट पर परेशानी का सामना करना पड़ा, जिससे उनके कई शॉट बाहर गए। उन्होंने कई शॉट नेट पर भी मारे जबकि रैली में भी वह थाइलैंड की खिलाड़ी को टक्कर नहीं दे पाईं। थाइ खिलाड़ी के स्मैश भी काफी दमदार थे जिसका अंदाजा इस बात से लग सकता है कि उन्होंने भारतीय खिलाड़ी के सात के मुकाबले 21 स्मैश विनर लगाए। इंतानोन ने 18 नेट विनर भी लगाए, जबकि भारतीय खिलाड़ी के नाम 14 नेट विनर रहे। दोनों खिलाड़ियों ने पहले गेम में सतर्क शुरुआत की, लेकिन धीरे-धीरे थाइ खिलाड़ी हावी हो गई। इंतानोन ने शुरुआत में 6-4 की बढ़त बनाई और फिर लगातार पांच अंक जीतकर अपनी बढ़त को 11-4 तक पहुंचा दिया। उन्होंने इस बढ़त को 17-7 किया और फिर 20-10 के स्कोर पर जब सिंधू ने शॉट कोर्ट के बाहर मारा तो थाइ खिलाड़ी ने सिर्फ 13 मिनट में पहला गेम अपने नाम कर लिया। दूसरे गेम में इंतानोन पूरी तरह से हावी रहीं। थाइ खिलाड़ी ने लगातार सात अंक के साथ शुरू में ही 7-0 की मजबूत बढ़त बना ली। इंतानोन ने इस बढ़त को बाकी गेम में भी बरकरार रखते हुए स्कोर 18-12 तक पहुंचाया। सिंधू ने इसके बाद लगातार दो शॉट बाहर मारकर 20-12 के स्कोर पर थाइ खिलाड़ी को आठ मैच प्वाइंट दिए। थाइ खिलाड़ी ने एक मैच प्वाइंट गंवाया, लेकिन इसके बाद सिंधू के बायीं ओर दमदार स्मैश लगाते हुए गेम और मैच अपने नाम कर लिया।
इंतोनान फाइनल में दुनिया की नंबर एक खिलाड़ी और शीर्ष वरीय चीन की ली जुरेई से भिड़ेंगी, जिन्होंने एक अन्य एकतरफा सेमीफाइनल मुकाबले में कोरिया की 13वीं वरीय युन जू बेई को सिर्फ 31 मिनट में 21-5, 21-11 से हराकर बाहर का रास्ता दिखाया। लिन डैन फाइनल में
ग्वांग्झू । गत विश्व और ओलंपिक चैंपियन लिन डैन ने धीमी शुरुआत से उबरते हुए पुरुष सिंगल्स के फाइनल में जगह बनाई। चीन के 29 वर्षीय सुपरस्टार डैन ने शनिवार को वियतनाम के सातवें वरीय एनगुएन टिएन मिन्ह को सेमीफाइनल में बाहर का रास्ता दिखाया। लिन डैन को हालांकि सीधे गेम में 21-17, 21-15 से जीत दर्ज करने के लिए 49 मिनट तक जूझना पड़ा। अपने परिवार के साथ समय बिताने के कारण लगभग एक साल बाद बैडमिंटन में वापसी कर रहे लिन डैन को फाइनल में दुनिया के नंबर एक खिलाड़ी मलेशिया के ली चोंग वेई और चीन के ड्यू पेंग्यू के बीच होने वाले मैच के विजेता से भिड़ना है।
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