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संसद में गूंजी थी बकुलाही की धारा

मांधाता क्षेत्र मे बकुलाही नदी के चलते बरसात के दिनो मे दर्जनो गांव के लोग बाहर नही निकल पाते थे। उनकी इस समस्या को जिले के तत्कालीन सांसद राजा अभय प्रताप सिंह बड़े राजा ने संसद मे उठाया और बकुलाही की खोदाई कराकर उसकी धारा को सीधा कराया।

By Edited By: Updated: Sat, 12 May 2012 02:19 PM (IST)

प्रतापगढ़। मांधाता क्षेत्र में बकुलाही नदी के चलते बरसात के दिनों में दर्जनों गांव के लोग बाहर नहीं निकल पाते थे। उनकी इस समस्या को जिले के तत्कालीन सांसद राजा अभय प्रताप सिंह बड़े राजा ने संसद में उठाया और बकुलाही की खोदाई कराकर उसकी धारा को सीधा कराया। हालांकि नदी की धारा सीधी करने से एक दूसरी समस्या उत्पन्न हो गई। पूर्व में नदी के किनारे पड़ने वाले गांवों में भूगर्भ जल स्तर काफी नीचे चले जाने से पेयजल की समस्या बढ़ गई।

बड़े राजा के नाम से जाने जाने वाले पूर्व सांसद अभय प्रताप सिंह वर्ष 1991 में सांसद चुने गए थे। अपने कार्यकाल में उन्होंने सई नदी पर गाय घाट का पुल और बकुलाही नदी पर बेलखरी गांव के निकट पुल का निर्माण कराया। पुल बन जाने से इसका सीधा लाभ आम जनता को हुआ। जागरण से बातचीत में राजा अभय प्रताप सिंह बताते हैं कि यूपी के राज्यपाल मोती लाल बोरा के कार्यकाल में बेल्हा में सई तट पर कई पुल बनाए गए। इसमें कांग्रेस नेता प्रमोद तिवारी का भी काफी प्रयास रहा।

थी बेल्हा की डेढ़ सीट

प्रतापगढ़। भारतीय संसद में बेल्हा की डेढ़ सीटें हैं। पूर्व में प्रतापगढ़ के अलावा मछली शहर संसदीय सीट का आधा हिस्सा बेल्हा से जुड़ा था। पिछले संसदीय चुनाव में नए परिसीमन के बाद मछली शहर जौनपुर जिले में शामिल हो गया। कौशांबी संसदीय क्षेत्र का आधा हिस्सा कुंडा व बिहार क्षेत्र उसमें शामिल हो गया। वर्तमान में कौशांबी के सांसद शैलेंद्र कुमार हैं। उन्हीं के कार्यक्षेत्र में कुंडा व बिहार क्षेत्र शामिल है। पूर्व में मछली शहर के सांसद राम किंकर व सीएन सिंह रहे। राम किंकर को केंद्रीय मंत्रिमंडल में नगर विकास राज्य मंत्री बनाया गया था। वे अपनी सादगी को ले कर काफी चर्चित रहे। अपने कार्यकाल में उन्होंने जनहित के कई प्रमुख मुद्दे संसद में उठाए।

पट्टी व रानीगंज में लगवाया था स्वास्थ्य मेला: सीएन

प्रतापगढ़। मछली शहर के पूर्व सांसद सीएन सिंह ने अपने कार्यकाल में पट्टी व रानीगंज क्षेत्र में स्वास्थ्य मेला स्वास्थ्य मंत्रालय से प्रयास करके लगवाया था। पट्टी मेले के लिए 12 लाख व रानीगंज मेले के लिए यूपी गवर्नमेंट से आठ लाख रुपये स्वीकृत कराए थे। इसके अलावा कोहंडौर स्टेशन पर साकेत एक्सप्रेस, रानीगंज स्टेशन पर काशी विश्वनाथ एक्सप्रेस तथा बादशाहपुर स्टेशन पर इंटरसिटी का ठहराव कराया था। जागरण से बातचीत में सीएन सिंह ने बताया कि रानीगंज क्षेत्र के दमदम नाले से ग्रामीणों को काफी क्षति हो रही थी। उसकी सफाई के लिए संसद में आवाज उठाई गई थी। उन्होंने बताया कि संसद में बोलने का रिकार्ड बनाया था तथा शुरुआती दौर में चिलबिला में ओवरब्रिज बनाए जाने की मांग की थी। इसमें तत्कालीन मुख्यमंत्री मुलायम सिंह यादव ने सहयोग किया था। प्रधानमंत्री सड़क योजना की शुरुआत भी क्षेत्र में की थी।

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