इराकी बांध और तेल क्षेत्र पर आइएस का कब्जा
इस्लामी स्टेट [आइएस] के लड़ाकों ने कुर्द बलों पर पहली बड़ी जीत हासिल करने के बाद रविवार को इराक के सबसे बड़े बांध, एक तेल क्षेत्र और तीन कस्बों पर नियंत्रण कर लिया। सुन्नी आतंकवादियों ने मुश्किल से 24 घंटे चले संघर्ष में बिजली पैदा करने वाले मोसुल बांध पर कब्जा जमा लिया।
By Edited By: Updated: Mon, 04 Aug 2014 05:08 PM (IST)
बगदाद। इस्लामी स्टेट [आइएस] के लड़ाकों ने कुर्द बलों पर पहली बड़ी जीत हासिल करने के बाद रविवार को इराक के सबसे बड़े बांध, एक तेल क्षेत्र और तीन कस्बों पर नियंत्रण कर लिया।
सुन्नी आतंकवादियों ने मुश्किल से 24 घंटे चले संघर्ष में बिजली पैदा करने वाले मोसुल बांध पर कब्जा जमा लिया। इससे वे इराक के बड़े शहरों को बाढ़ या पानी की आपूर्ति बाधित कर प्रधानमंत्री नूरी अल-मलिकी की शिया नेतृत्व वाली सरकार को अपदस्थ करने का दांव खेल सकते हैं। सरकारी टेलीविजन ने बताया, 'इस्लामी स्टेट के आतंकवादी गिरोहों ने बगैर लड़ाई के कुर्द बलों की वापसी के बाद मोसुल बांध पर नियंत्रण कर लिया।' लेकिन वाशिंगटन में एक कुर्द अधिकारी का कहना है कि बांध अब भी कुर्द सैनिकों के नियंत्रण में है। हालांकि उन्होंने कहा कि बांध के आसपास के कस्बे इस्लामी स्टेट के कब्जे में चले गए हैं। वाशिंगटन स्थित कुर्दिस्तान सरकार के क्षेत्रीय कार्यालय के एक अधिकारी कारवान जेबारी ने बताया, 'सप्ताहांत के दौरान स्थिति बिगड़ गई। कुर्द लड़ाके बांध के आसपास के कस्बों पर दोबारा नियंत्रण हासिल करने के लिए बड़ा हमला करने की तैयारी कर रहे हैं।' चश्मदीदों ने बताया कि आइएस के लड़ाके सीरियाई सीमा के समीप राबिया शहर पर भी कब्जे की कोशिश कर रहे हैं। अभी हाल में ही आइएस के लड़ाकों ने जुमार और सिंजार शहरों और ऐन जलाह तेल क्षेत्र पर कब्जा किया है। उनका पहले से ही चार तेल क्षेत्रों पर नियंत्रण है। इस बीच एक बयान में अमेरिकी विदेश मंत्रालय ने कहा कि वाशिंगटन इराक की स्थिति पर नजर रख रहा है। साथ ही इराकी सेना और कुर्द बलों के बीच समन्वय में मदद कर रहा है। याजिदी अल्पसंख्यक कर रहे पलायनदोहुक। सुन्नी आतंकवादियों द्वारा मोसुल बांध के करीबी कस्बों पर कब्जा कर लिए जाने के बाद अल्पसंख्यक याजिदी समुदाय के हजारों लोग पलायन कर गए हैं। इराक के अल्पसंख्यक समुदाय याजिदी के एक प्रवक्ता जवाहर अली बेग ने कहा कि उत्तरी कस्बों जुमार और सिंजार से करीब 40 हजार लोग उत्तरी इराक के कुर्द क्षेत्र में शरण लेने चले गए हैं।