पाक में दो हजार अल्पसंख्यकों को बनाया मुसलमान
लाहौर। पाकिस्तान में हिंदू, सिख, ईसाई एवं अन्य अल्पसंख्यक समुदाय की दो हजार औरतों और लड़कियों को जबरन इस्लाम कबूल करवाया गया है। इसके लिए बलात्कार, यातना और अपहरण को हथियार बनाया गया। जबरन धर्म परिवर्तन के अलावा अल्पसंख्यक समुदाय के 161 लोगों को ईशनिंदा कानून में फंसाया गया। ये आंकड़े 2011 के हैं। बच्चों के अधिकारों की रक्षा क
By Edited By: Updated: Wed, 05 Sep 2012 10:01 PM (IST)
लाहौर। पाकिस्तान में हिंदू, सिख, ईसाई एवं अन्य अल्पसंख्यक समुदाय की दो हजार औरतों और लड़कियों को जबरन इस्लाम कबूल करवाया गया है। इसके लिए बलात्कार, यातना और अपहरण को हथियार बनाया गया। जबरन धर्म परिवर्तन के अलावा अल्पसंख्यक समुदाय के 161 लोगों को ईशनिंदा कानून में फंसाया गया। ये आंकड़े 2011 के हैं।
बच्चों के अधिकारों की रक्षा के लिए काम करने वाली एक संस्था सोसायटी फॉर द प्रोटेक्शन ऑफ द राइट्स ऑफ चाइल्ड [एसपीएआरसी] की रिपोर्ट के अनुसार पाकिस्तान की आबादी में तीन से चार प्रतिशत संख्या बल के बावजूद अल्पसंख्यक सरकारी नीतियों में दरकिनार कर दिए जाते हैं। अल्पसंख्यकों के लिए आवाज उठाने वाले पंजाब के गवर्नर सलमान तासीर और केंद्रीय अल्पसंख्यक मंत्री शाहबाज भट्टी की पिछले साल हत्या कर दी गई। इन लोगों ने विवादास्पद ईशनिंदा कानून में भी संशोधन की वकालत की थी। एसपीएआरसी की रिपोर्ट के मुताबिक पाकिस्तान में बच्चों के साथ अपराध में भी तेजी से बढ़ोतरी हुई है। इनमें से ज्यादातर मामलों में नजदीकी लोगों या पुलिस अधिकारियों का हाथ पाया गया। फुटपाथ पर रहने वाले बच्चों के यौन शोषण के 60 फीसद मामलों में पुलिस अधिकारी शामिल पाए गए। मोबाइल पर ताजा खबरें, फोटो, वीडियो व लाइव स्कोर देखने के लिए जाएं m.jagran.com पर