सीरिया के हजारों कुर्द जान बचाकर भागे तुर्की
इराक के बाद और पड़ोसी देश सीरिया में आतंकी संगठन इस्लामिक स्टेट (आइएस) का खौफ फैल रहा है। आइएस आतंकियों द्वारा एक के बाद एक सीरियाई गांवों पर कब्जे के चलते नरसंहार से बचने के लिए सीरिया के 45 हजार से ज्यादा कुर्द नागरिक तुर्की में प्रवेश कर चुके हैं। तुर्की के उप प्रधानमंत्री नुमान कुर्तुलमस ने शनिवार का
By Edited By: Updated: Sun, 21 Sep 2014 05:33 AM (IST)
इस्तांबुल। इराक के बाद और पड़ोसी देश सीरिया में आतंकी संगठन इस्लामिक स्टेट (आइएस) का खौफ फैल रहा है। आइएस आतंकियों द्वारा एक के बाद एक सीरियाई गांवों पर कब्जे के चलते नरसंहार से बचने के लिए सीरिया के 45 हजार से ज्यादा कुर्द नागरिक तुर्की में प्रवेश कर चुके हैं। तुर्की के उप प्रधानमंत्री नुमान कुर्तुलमस ने शनिवार को यह जानकारी देते हुए कहा कि हमने अपनी सीमा कुर्दो के लिए खोल दी है। उन्हें तुर्की में कोई परेशानी नहीं होने दी जाएगी।
एक कुर्द कमांडर ने बताया कि सीमाई कस्बे ऐन अल अरब से आइएस आतंकी मात्र 15 किलोमीटर की दूरी पर पहुंच चुके हैं। वह किसी भी समय कोबानी के नाम से भी पहचाने जाने वाले इस रणनीतिक रूप से महत्वपूर्ण कुर्द कस्बे पर हमला कर सकते हैं। लोग भयभीत हैं, क्योंकि आइएस ने जहां भी कब्जा किया वहां सब कुछ नष्ट कर दिया। इसलिए हमले से आशंकित हजारों लोग अपना घर छोड़कर भाग गए हैं। कुर्तुलमस ने सीएनएन तुर्क टीवी पर कहा कि हमने शुक्रवार को 30 किलोमीटर के दायरे में आठ स्थानों पर सीमा खोल दी थी। इस दौरान करीब 45 हजार कुर्द सीमा पार करके तुर्की में आ गए। कुर्द बलों ने अपने लोगों को बचाने के लिए सीरिया में करीब 100 गांव खाली कराए हैं। उत्तारी सीरिया में आइएस के बढ़ने के बाद क्षेत्र के कुर्दो ने मदद की गुहार लगाई है। उन्हें डर है कि कोबानी में कुर्दो का नरसंहार हो सकता है। ब्रिटिश संस्था सीरियन ऑब्जर्वेटरी ऑफ ह्यूमन राइट्स के मुताबिक, आइएस ने पिछली रात कई गांवों पर कब्जा कर लिया। इस दौरान कुर्द लड़ाकों के साथ मुठभेड़ों में आइएस के 18 आतंकी मारे गए। संस्था के प्रमुख रामी अब्दुलरहमान ने बताया कि यदि कोबानी पर आइएस का कब्जा नहीं होगा तो वे उत्तारी इलाकों पर पकड़ मजबूत रखने में कामयाब नहीं हो पाएंगे। इसलिए वे इस कस्बे को हासिल करने की कोशिश जरूर करेंगे। इस बीच, सीरियाई वायुसेना ने औद्योगिक शहर अदरा व पास के कस्बे में आतंकियों के ठिकानों पर आठ हवाई हमले किए। यहां सेना की अलकायदा के सहयोगी नुसरा फ्रंट के आतंकियों से जबरदस्त लड़ाई हुई।
इराक के कुर्द नेता मसूद बरजानी ने कोबानी को आइएस की बढ़त से बचाने के लिए अंतरराष्ट्रीय समुदाय द्वारा हस्तक्षेप की मांग की। सीरिया के विद्रोहियों को प्रशिक्षित करने व उन्हें हथियार देने को अमेरिकी कांग्रेस की मंजूरी मिलने के बाद राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार सुजेन राइस ने कहा कि अभी इसमें महीनों लग जाएंगे। तुर्की के प्रधानमंत्री अहमत देवुतोगलु ने कहा कि इराक में इस्लामी आतंकियों द्वारा बंधक बनाए गए तुर्की के 49 लोगों को छोड़ दिया गया है और वे अपने देश पहुंच गए हैं। प्रसिद्ध विचारक अबू मुहम्मद अल-मकदिसी ने आइएस से ब्रिटिश कार्यकर्ता एलन हेनिंग को छोड़ देने की अपील की। ब्रिटेन के वरिष्ठ मुस्लिम मौलवियों ने भी हेनिंग को मुक्त करने की अपील की। अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा ने कहा कि अंतरराष्ट्रीय समुदाय आइएस के खिलाफ लड़ाई में एकजुट है।