दूसरे सबसे बड़े आतंकी गुट से समझौते के करीब अफगान सरकार
तालिबान के साथ समझौते में विफल रही अफगानिस्तान की सरकार हिज्ब-ए-इस्लामी के साथ शांति समझौता करने के करीब पहुंच गई है।
काबुल, एएफपी। तालिबान के साथ समझौते में विफल रही अफगानिस्तान की सरकार हिज्ब-ए-इस्लामी के साथ शांति समझौता करने के करीब पहुंच गई है। हिज्ब अफगानिस्तान का दूसरा सबसे बड़ा आतंकी संगठन है। इसकी बागडोर सोवियत सेनाओं के खिलाफ लड़ाई का नेतृत्व करने वाले प्रमुख कमांडरों में से एक गुलबुद्दीन हिकमतयार के हाथों में है।
समझौता होने पर हिकमतयार के खिलाफ सभी मामले हटा लिए जाएंगे। उसके लड़ाके जेल से रिहा होंगे। उसके पर लगे अंतरराष्ट्रीय प्रतिबंध हटाने के लिए भी सरकार प्रयास करेगी। अफगान राष्ट्रपति अशरफ गनी ने सोमवार को बताया कि शांति समझौता किसी भी वक्त हो सकता है।
कुछ बिंदुओं पर हाई पीस काउंसिल और कट्टरपंथी संगठन के बीच बातचीत जारी है। इससे एक दिन पहले हिकमतयार के बेटे ने फेसबुक पोस्ट में कहा था कि शांति समझौता करीब है। गौरतलब है कि हिकमतयार के नेतृत्व में 1992-1996 के बीच काबुल में हजारों लोगों की हत्या की गई थी। अमेरिकी नेतृत्व वाले विदेशी सेना पर कई हमलों में भी उसके गुट का हाथ रहा है। अमेरिका ने 2003 में उसे वैश्रि्वक आतंकी घोषित किया था। माना जाता है कि वह पाकिस्तान में कहीं छिपा हुआ है।
कंधार में अस्पताल पर हमला
दक्षिणी अफगानिस्तान के कंधार में सोमवार को आतंकियों ने एक अस्पताल पर हमला किया। सुरक्षा बलों ने जवाबी कार्रवाई में दोनों आतंकियों को मार गिराया। इस दौरान एक सैनिक की भी मौत हो गई। प्रांतीय गवर्नर के प्रवक्ता ने बताया कि आतंकियों के निशाने पर कंधार के उप गवर्नर थे। वे अस्पताल के दौरे पर जाने वाले थे। हमले के पीछे तालिबान का हाथ होने की आशंका है।
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