यमन में हाउती विद्रोहियों ने राष्ट्रपति को बनाया बंधक
यमन में संकट गहरा गया है। मंगलवार को राष्ट्रपति भवन में घुसने में कामयाब रहे शिया हाउती विद्रोहियों ने राष्ट्रपति अब्दराबुह मंसूर हादी को बंधक बना लिया। हादी के एक सहयोगी ने बताया कि राष्ट्रपति भवन पर विद्रोही लड़ाकों का कब्जा हो गया है और राष्ट्रपति बाहर नहीं निकल सकते।
By Sachin kEdited By: Updated: Thu, 22 Jan 2015 12:24 AM (IST)
सना। यमन में संकट गहरा गया है। मंगलवार को राष्ट्रपति भवन में घुसने में कामयाब रहे शिया हाउती विद्रोहियों ने राष्ट्रपति अब्दराबुह मंसूर हादी को बंधक बना लिया। हादी के एक सहयोगी ने बताया कि राष्ट्रपति भवन पर विद्रोही लड़ाकों का कब्जा हो गया है और राष्ट्रपति बाहर नहीं निकल सकते।
एक अन्य सहयोगी ने बताया कि विद्रोहियों ने हादी पर मुकदमा चलाने की धमकी दी है, लेकिन वे अपने पद से इस्तीफा नहीं देंगे। इससे पहले ऐसी खबरें सामने आई थी कि विद्रोहियों ने राष्ट्रपति को मांगों की एक सूची सौंपी है। इसमें उपराष्ट्रपति सहित कई महत्वपूर्ण पदों की मांग की गई थी। हाउती विद्रोहियों के ताजा कदम के बाद यमन में आतंकी संगठन अलकायदा का प्रभाव बढऩे की भी आशंका जताई जा रही है। अलकायदा हादी को अमेरिका के प्रमुख सहयोगी के तौर पर देखता है। माना जा रहा है कि विद्रोहियों को ईरान का भी गुप्त समर्थन प्राप्त है।
सालेह ने की चुनाव की मांगः
2011 के विद्रोह के बाद सत्ता छोडऩे को मजबूर हुए अली अब्दुल्ला सालेह भी अचानक सक्रिय हो गए हैं। बुधवार को एक बयान जारी कर उन्होंने देश में राष्ट्रपति व संसदीय चुनाव की मांग की। उन्होंने अपने और दो हाउती नेताओं के खिलाफ पिछले साल संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद की ओर से लगाए गए प्रतिबंधों को भी समाप्त करने की मांग की है।
भारत ने नागरिकों को किया सतर्कः
नई दिल्ली। यमन के बदले घटनाक्रम को देखते हुए भारत ने बुधवार को अपने नागरिकों को इस देश की यात्रा नहीं करने की सलाह दी। विदेश मंत्रालय की ओर से जारी एडवायजरी में कहा गया है कि यमन में रहने वाले भारतीय नागरिक संघर्ष प्रभावित इलाकों से दूर रहें और सना स्थित भारतीय दूतावास के संपर्क में रहें। दूतावास ने नागरिकों की मदद के लिए हेल्पलाइन भी शुरू की है। यमन में करीब दो लाख भारतीय रहते हैं। पढ़ेंः यमन की राजधानी में धमाका, 42 की मौत
सालेह ने की चुनाव की मांगः
2011 के विद्रोह के बाद सत्ता छोडऩे को मजबूर हुए अली अब्दुल्ला सालेह भी अचानक सक्रिय हो गए हैं। बुधवार को एक बयान जारी कर उन्होंने देश में राष्ट्रपति व संसदीय चुनाव की मांग की। उन्होंने अपने और दो हाउती नेताओं के खिलाफ पिछले साल संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद की ओर से लगाए गए प्रतिबंधों को भी समाप्त करने की मांग की है।
भारत ने नागरिकों को किया सतर्कः
नई दिल्ली। यमन के बदले घटनाक्रम को देखते हुए भारत ने बुधवार को अपने नागरिकों को इस देश की यात्रा नहीं करने की सलाह दी। विदेश मंत्रालय की ओर से जारी एडवायजरी में कहा गया है कि यमन में रहने वाले भारतीय नागरिक संघर्ष प्रभावित इलाकों से दूर रहें और सना स्थित भारतीय दूतावास के संपर्क में रहें। दूतावास ने नागरिकों की मदद के लिए हेल्पलाइन भी शुरू की है। यमन में करीब दो लाख भारतीय रहते हैं। पढ़ेंः यमन की राजधानी में धमाका, 42 की मौत