सेना के हवाले इस्लामाबाद की सुरक्षा
इस्लामाबाद। पाकिस्तान सरकार ने शुक्रवार को राजधानी इस्लामाबाद की सुरक्षा की जिम्मेदारी सेना को सौंप दी। अगले तीन महीने के दौरान इस्लामाबाद की सुरक्षा सेना के हाथ में रहेगी। हाल ही में इमरान खान की पार्टी की तरफ से सरकार विरोधी रैली के कुछ दिनों बाद ही सरकार ने यह विवादास्पद फैसला लिया था। गृहमंत्री निसार अली खान ने
By Edited By: Updated: Fri, 01 Aug 2014 06:28 PM (IST)
इस्लामाबाद। पाकिस्तान सरकार ने शुक्रवार को राजधानी इस्लामाबाद की सुरक्षा की जिम्मेदारी सेना को सौंप दी। अगले तीन महीने के दौरान इस्लामाबाद की सुरक्षा सेना के हाथ में रहेगी। हाल ही में इमरान खान की पार्टी की तरफ से सरकार विरोधी रैली के कुछ दिनों बाद ही सरकार ने यह विवादास्पद फैसला लिया था।
गृहमंत्री निसार अली खान ने पिछले हफ्ते इस बात की घोषणा की थी कि पाकिस्तानी संविधान की धारा 245 के तहत एक अगस्त से अक्टूबर अंत तक इस्लामाबाद सेना की सुरक्षा में रहेगा। रक्षा सूत्रों के अनुसार, प्राथमिक तौर पर सरकारी इमारतों और मार्गला हिल्स नेशनल पार्क जैसे संवेदनशील स्थानों की हिफाजत के लिए सेना की पांच टुकड़ियां लगाई जाएंगी। सरकार को इस फैसले के लिए विपक्षी दलों की कड़ी आलोचना झेलनी पड़ रही है। विपक्षी दलों का कहना है कि यह कदम नवाज शरीफ की अगुवाई वाली सरकार की विफलता को दर्शाता है। आशंका जताई जा रही है कि सरकार सेना लगाए जाने की अवधि को बढ़ाते हुए धीरे-धीरे अन्य क्षेत्रों की सुरक्षा भी सेना के हाथ में सौंप सकती है। प्रमुख विपक्षी दल पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी ने सोमवार को संसद में इस मुद्दे को उठाने की बात कही है। सरकार के इस कदम से इस्लामाबाद की कानून और व्यवस्था की स्थिति पर सेना का नियंत्रण हो जाएगा। पढ़ें : पाकिस्तान को मिलेगा करारा जवाब : सुहाग