अापकी एक छोटी सी कोशिश बचा सकती है समयपूर्व प्रसव से
शोध में पाया गया कि गर्भावस्था की पहली तिमाही में एस्प्रिन की छोटी खुराक से समान्य प्रीक्लैंपसिया की आशंका 62 फीसदी तक और गंभीर प्रीक्लैंपसिया की आशंका 82 फीसदी तक कम हो जाती है।
न्यूयॉर्क, एजेंसी। गर्भावस्था के पहले तीन महीने के दौरान एस्प्रिन की छोटी खुराक बड़ा फायदा कर सकती है। ताजा शोध के मुताबिक, एस्प्रिन का सेवन महिलाओं को 'प्रीक्लैंपसिया' से बचा सकती है। इस स्थिति में महिलाओं का ब्लड प्रेशर बढ़ जाता है और समयपूर्व प्रसव या मां-बच्चे की जान जाने का खतरा रहता है।
वैज्ञानिकों ने बताया कि प्रीक्लैंपसिया गर्भवती महिलाओं की जटिल समस्या है। पैर, टखने और चेहरे में सूजन तथा भयंकर सिरदर्द इसके लक्षण होते हैं। शोध में पाया गया कि जो महिलाएं गर्भावस्था की पहली तिमाही में एस्प्रिन की छोटी खुराक (150 मिलीग्राम) लेती हैं, उनमें समान्य प्रीक्लैंपसिया की आशंका 62 फीसदी तक और गंभीर प्रीक्लैंपसिया की आशंका 82 फीसदी तक कम हो जाती है। सामान्य प्रीक्लैंपसिया में 34 से 37 हफ्ते के बीच प्रसव हो जाता है। वहीं गंभीर प्रीक्लैंपसिया में 34 हफ्ते से पहले प्रसव की आशंका रहती है।