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बांग्लादेश में नहीं रुक रहे अल्पसंख्यकों पर हमले, ईसाई कारोबारी की हत्या

बांग्लादेश में अल्पसंख्क समुदाय पर हमलों का सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा है। रविवार को आतंकियों के खिलाफ अभियान की अगुआई करने वाले पुलिस अधिकारी की पत्नी और ईसाई व्यवसायी की हत्या के घटनाएं सामने आई हैं।

By Rahul SharmaEdited By: Updated: Sun, 05 Jun 2016 07:00 PM (IST)
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ढाका, प्रेट्र। बांग्लादेश में अल्पसंख्यक समुदाय पर हमले का सिलसिला बदस्तूर जारी है। रविवार को चर्च के समीप ईसाई व्यवसायी की हत्या कर दी गई। इससे पहले सुबह आतंकियों के खिलाफ अभियान की अगुआई करने वाले पुलिस अधिकारी की पत्नी की हत्या कर दी गई। इन हत्याओं के पीछे कट्टरपंथियों की संलिप्तता बताई जा रही है।नोतोर जिले के पुलिस अधीक्षक श्यामल मुखर्जी के मुताबिक सुनील गोम्स (65) का शव बनपारा गांव स्थित उनके दुकान से बरामद किया गया। मामले की जांच शुरू कर दी गई है। हत्या के कारणों का पता नहीं चल पाया है।

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एक अन्य घटना में चटगांव में शीर्ष पुलिस अधिकारी की पत्नी की हत्या कर दी गई। पुलिस अधीक्षक बाबुल अख्तर फिलहाल पुलिस मुख्यालय (ढाका) में तैनात हैं। उनकी पत्नी महमुदा अख्तर (33) सुबह तकरीबन पौने सात बजे अपने छह साल के बेटे को बस स्टॉप पर छोड़ने गई थीं। हमलावरों ने पहले उन पर चाकू से हमला किया और बाद में सिर में गोली मार दी। घटना के वक्त बांग्लादेश के गृह मंत्री असदुज्जमान खान कमाल चिटगांव में ही मौजूद थे। उन्होंने इस घटना के पीछे आतंकियों का हाथ होने की आशंका जताई है।

बाबुल के नेतृत्व में हाल में जमातुल मुजाहिदीन बांग्लादेश (जेएमबी) के कई ठिकानों पर छापे मारे गए थे। इसी क्रम में उन्हें आतंकी संगठन के सैन्य प्रमुख मुहम्मद जावेद को पिछले साल अक्टूबर में गिरफ्तार करने में सफलता मिली थी।बांग्लादेश में पिछले कुछ महीनों से अल्पसंख्यक समुदाय, कट्टरपंथियों की आलोचना करने वालों पर हमले तेज हो गए हैं। इस्लामिक स्टेट ने इनमें अधिकतर की जिम्मेदारी ली है। हालांकि, बांग्लादेशी सरकार आइएस की मौजूदगी को खारिज करती रही है। अप्रैल में उदारवादी प्रोफेसर और एक पत्रिका के संपादक की हत्या कर दी गई थी। तीस अप्रैल को एक ¨हदू को चाकुओं से गोदकर मारा गया था।

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