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नॉर्थ कोरिया में कवरेेज से रोके गए बीबीसी पत्रकार, दिया देश निकाला

नॉर्थ कोरिया में 36 वर्षोंं में पहली बार आयोजित पार्टी कांग्रेस बैठक को कवर करने गए एक विदेशी पत्रकार और उसके क्रू को देश से बाहर निकाल दिया गया है।

By Kamal VermaEdited By: Updated: Mon, 09 May 2016 07:35 PM (IST)
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प्योंगयांग (रायटर)। संयुक्त राष्ट्र के प्रतिबंधों को धता बताते हुए उत्तर कोरिया की सत्तारूढ़ वर्कर्स पार्टी ने आत्मरक्षा के लिए परमाणु हथियार बनाने की नीति पर आगे बढ़ने का फैसला किया है। 36 साल बाद हो रही पार्टी कांग्रेस में चौथे दिन यह फैसला किया गया। इस सिलसिले में पार्टी नेता किम जोंग उन को निर्णय लेने के लिए अधिकृत कर दिया गया है। इस बीच कांग्रेस को कवर करने गए बीबीसी के संवाददाता को राजधानी प्योंगयांग के पास गिरफ्तार करके देश से बाहर निकाले जाने की सूचना है।

उत्तर कोरिया ने पार्टी कांग्रेस की गतिविधियों को कवर करने के लिए केवल 12 देशों के पत्रकारों को अनुमति दी है। इन सभी को आमजन से न मिलने और एक क्षेत्र विशेष में सक्रिय रहने की सख्त हिदायत है। लेकिन बीबीसी के संवाददाता रुपर्ट विंगफील्ड हाएस ने कांग्रेस की गतिविधियों को कवर न करके अन्यत्र जाने की कोशिश की। इसी के बाद उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया और कुछ देर की पूछताछ के बाद देश से बाहर निकाल दिया गया। नॉर्थ कोरिया के एक वरिष्ठ अधिकारी के मुताबिक इन पर खबरों को तोड़-मरोड़कर पेश करने और तथ्यों को छिपाने का आरोप था।

किम जोंग उन बोले, हमला होने पर ही करेंगे परमाणु हथियार का इस्तेमाल

कांग्रेस ने उत्तर कोरिया को परमाणु शक्ति संपन्न जिम्मेदार राष्ट्र के रूप में प्रस्तुत करते हुए कहा कि हथियार का इस्तेमाल तभी होगा जब देश की संप्रभुता पर चोट होगी। उल्लेखनीय है कि सन 1950 से 53 के बीच तीन साल तक चले युद्ध के बाद बने उत्तर व दक्षिण कोरिया के बीच अक्सर तनाव बना रहता है। दक्षिण कोरिया ने अमेरिका के सहयोग से खुद का विकास कर लिया जबकि उत्तर कोरिया को चीन के करीब माना जाता है। उत्तर कोरिया में चीन जैसी ही एक दलीय शासन व्यवस्था है, जिसका सम्मेलन प्योंगयांग में इन दिनों हो रहा है। माना जा रहा है कि उत्तर कोरिया के सर्वोच्च नेता किम जोंग उन ने अपनी सत्ता को मजबूत बनाने के लिए सम्मेलन आयोजित करवाया है।

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