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बेल्जियम के सांसदों ने माना मोदी का लोहा, सुरक्षा के लिए सेना तैनात

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का बेल्जियम की राजधानी ब्रसेल्स में जबरदस्त स्वागत हुआ। 13वें भारत-यूरोपीय संघ सम्मेलन में शामिल होने गए प्रधानमंत्री मोदी को हाथों-हाथ लिया गया।

By Sanjeev TiwariEdited By: Updated: Thu, 31 Mar 2016 08:37 AM (IST)
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ब्रसेल्स। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का बेल्जियम की राजधानी ब्रसेल्स में जबरदस्त स्वागत हुआ। 13वें भारत-यूरोपीय संघ सम्मेलन में शामिल होने गए प्रधानमंत्री मोदी को हाथों-हाथ लिया गया। यूरोपीय संघ (ईयू) की संसद के प्रमुख सांसदों ने नरेंद्र मोदी को आतंकवाद के खिलाफ वैश्विक युद्ध का प्रमुख सहयोगी करार दिया। हाल ही में आतंकी हमले का शिकार हुए ब्रसेल्स में सांसदों ने मोदी का लोहा मानते हुए कहा कि भारत को ऐसे मुद्दों से निपटने की बेहतरीन जानकारी और समझ है।

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ब्रसेल्स के होटल स्टेजनबर्गर में बुधवार की सुबह यूरोपीय संघ और बेल्जियम के सांसदों ने प्रधानमंत्री मोदी का गर्मजोशी से स्वागत कर उनको भारतीय राजनीति परिदृश्य का सबसे प्रभावशाली व्यक्ति करार दिया। मोदी से मुलाकात के बाद इन सांसदों ने अपने सौंपे एक पत्र में यह भी कहा,'यूरोपीय संघ भारत में फैले इस्लामी कट्टरवाद के अनुभव से बहुत कुछ सीख सकता है। चूंकि भारत पहले से ऐसे आतंकवाद का सामना कर रहा है। लिहाजा, यूरोपीय संघ को मोदी के सक्रिय नेतृत्व में भारतीय नीति निर्माताओं से साझा हितों पर ध्यान देना होगा। साथ ही समुद्री सुरक्षा, आतंकवाद, अंतरिक्ष और साइबर सुरक्षा जैसे क्षेत्रों में आपसी बातचीत और सहयोग की जरूरत है।'

मोदी गए मालबीक मेट्रो स्टेशन :

आतंकी हमले के शिकार ब्रसेल्स के मालबीक मेट्रो स्टेशन का प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दौरा किया। प्रधानमंत्री कार्यालय ने एक ट्वीट कर बताया कि मोदी का मेट्रो स्टेशन का दौरा इस हमले में अपनी जान गंवाने वाले पुरुषों और महिलाओं की याद में है। वहां मोदी ने मारे गए इंफोसिस के भारतीय कर्मचारी राघवेंद्र गणेशन समेत सभी पीडि़तों को श्रद्धांजलि दी। उन्होंने मेट्रो स्टेशन में पीडि़तों की याद में सफेद रंग के फूल चढ़ाकर कहा कि दुख के इस समय में भारत पूरी एकजुटता से बेल्जियम के साथ है। तभी अदब से बेल्जियम के विदेश मंत्री डिडियर रायेन्डर्स ने अपना सिर मोदी की ओर झुकाते हुए उन्हें वहां हुए हमले का ब्योरा दिया। उल्लेखनीय है कि 22 मार्च को बेल्जियम और यूरोपीय संघ की राजधानी ब्रसेल्स के जावेंटेम एयरपोर्ट और मालबीक मेट्रो स्टेशन पर आतंकी संगठन आइएस का भीषण आतंकी हमला हुआ था। हमले में एक भारतीय समेत 35 लोग मारे गए थे और 300 लोग घायल हुए थे।

पीएम के लिए कड़ी सुरक्षा :

इससे पूर्व मोदी बुधवार को एक दिन के व्यस्त कार्यक्रम के लिए बेल्जियम की राजधानी ब्रसेल्स पहुंचे हैं। सुरक्षा कारणों के चलते मोदी का विशेष विमान ब्रसेल्स के सैन्य हवाई अड्डे पर उतरा। प्रधानमंत्री मोदी की सुरक्षा के लिए बेल्जियम ने सेना तैनात की है। आतंकी खतरे को देखते हुए मोदी के 5000 भारतीयों से मुलाकात के विशेष कार्यक्रम के लिए अतिरिक्त सुरक्षा व्यवस्था की गई है। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता विकास स्वरूप ने ट्वीट करके बताया कि अपनी तीन देशों की यात्रा के पहले चरण में बेल्जियम पहुंचते ही वहां बसे भारतीयों ने होटल के बाहर मोदी का जबरदस्त स्वागत किया। मोदी के समर्थन में नारों के बीच भारतीयों ने तिरंगे झंडे दिखाए। मोदी ने भी इन लोगों से मुलाकात करके उन्हें आटोग्राफ दिया।

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नैनीताल में एशिया का सबसे बड़ा टेलीस्कोप शुरू

ब्रसेल्स। बेल्जियम के सहयोग से नैनीताल स्थित आर्यभट्ट रिसर्च इंस्टीट्यूट ऑफ ऑब्जरवेशनल साइंसेज (एरीज) के बनाए एशिया के सबसे बड़े टेलीस्कोप को बुधवार को लांच किया गया। लांच करने की यह प्रक्रिया प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और बेल्जियम के पीएम चा‌र्ल्स माइकल ने एक साथ रिमोट का बटन दबाकर की। मोदी ने बताया कि 3.6 मीटर व्यास का यह विशाल टेलीस्कोप उत्तराखंड के नैनीताल में लगाया गया है। इससे तारों और तारों के चुम्बकीय क्षेत्र का अध्ययन किया जाएगा।

इसके बाद मोदी ने बेल्जियम के उद्योगपतियों से मुलाकात की। उन्होंने बेल्जियम की कंपनियों के सीइओ के साथ भोज के दौरान कहा कि दोनों देश के बीच हीरे के कारोबार में पुराने रिश्ते हैं, लेकिन आइटी क्षेत्र से भी खासा लाभ होगा। भारतीय बाजार और बंदरगाह आकर्षक मौका हैं। उल्लेखनीय है कि 2500 भारतीय बेल्जियम में हीरे के कारोबार में लगे हुए हैं। इस मौके पर मोदी ने बताया कि भारत और बेल्जियम के बीच खून का रिश्ता है। उन्होंने वेस्ट फ्लैंडर्स में हुए प्रथम विश्व युद्ध की याद दिलाते हुए बताया करीब सौ साल पहले 1,30,000 भारतीय सैनिक बेल्जियम में लड़े थे। उस समय 9000 सैनिक शहीद हुए थे। बेल्जियम ने इन सैनिकों की याद में वर्ष 2001 में लीपर में स्मारक बनवाया था।

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