ब्रिटेन के ईयू में बने रहने या बाहर जाने पर 23 को होगा जनमत संग्रह
ब्रिटेन के यूरोपियन यूनियन में बने रहने या फिर इससे बाहर जाने पर होने वाले जनमत संग्रह में अब सिर्फ दो ही दिन बचे हैं।
लंदन, रायटर : ब्रिटेन यूरोपीय यूनियन में रहेगा या नहीं, इस पर फैसला होने में अब सिर्फ दो दिन बचे हैं। गुरुवार को होने वाले मतदान में ब्रिटेन का भविष्य तय होगा। इस मतदान से पूर्व दोनों पक्षों के समर्थकों की भावनाएं भड़की हुई हैं। इस दौरान यूरोपीय यूनियन समर्थक लेबर पार्टी की सांसद जो कॉक्स की हत्या भी हो चुकी है।
यूरोपीय यूनियन 28 देशों का समूह है जिसकी मुद्रा और आर्थिक नीति समान हैं। इनके बीच एक परस्पर हितकारी सैन्य गठबंधन भी है। इसे दुनिया की दूसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था माना जाता है और इसमें दुनिया की दो बड़ी सैन्य शक्तियां (ब्रिटेन व फ्रांस) भी शामिल हैं।
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ब्रिटेन में बना अमेरिका जैसा माहौल
जिस माहौल में अमेरिका में डोनाल्ड ट्रंप का उत्थान हुआ, कुछ वैसा ही माहौल ब्रिटेन में बन गया है। यूरोपीय यूनियन से बाहर आने के लिए ब्रिटिश समाज का एक बड़ा तबका पूरा जोर लगा रहा है। वह इसे राष्ट्रवाद की लड़ाई के तौर पर प्रस्तुत कर रहा है, जैसे अमेरिका में ट्रंप ने चुनाव को राष्ट्रवाद से जोड़ दिया है। ट्रंप कह रहे हैं, अमेरिका को बचाने को लड़ाई लड़ रहे हैं। अमेरिका को फिर से महान बनाना चाहते हैं।
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यूरोपीय यूनियन से बाहर आने के समर्थक ब्रिटिश कह रहे हैं कि वे पुन: पहचान स्थापित करने की लड़ाई लड़ रहे हैं। वे ब्रिटेन के हित के लिए अपना अभियान चला रहे हैं। केवल चेहरे बदले हुए हैं, दोनों देशों में माहौल एक जैसा लग रहा है। ट्रंप, जो इसी सप्ताह ब्रिटेन का दौरा करने वाले हैं। वह भी ब्रिटेन के यूरोपीय यूनियन छोड़ने के समर्थक हैं।
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