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शार्ली अब्दो के कार्टूनों के खिलाफ पाक संसद में निंदा प्रस्ताव

शार्ली अब्दो द्वारा फिर से पैगम्बर का कार्टून छापे जाने से दुनियाभर में मुस्लिमों में नाराजगी व्याप्त है।उनका कहना है कि पत्रिका ने न सिर्फ उनके धर्म का अपमान किया है, बल्कि उनकी भावनाओं को भी चुनौती दी है. मुस्लिम समुदाय ने पत्रिका की प्रतियां जलाकर अपना विरोध जताया है.

By manoj yadavEdited By: Updated: Thu, 15 Jan 2015 07:53 PM (IST)
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जकार्ता। शार्ली अब्दो द्वारा फिर से पैगम्बर का कार्टून छापे जाने से दुनियाभर में मुस्लिमों में नाराजगी व्याप्त है।उनका कहना है कि पत्रिका ने न सिर्फ उनके धर्म का अपमान किया है, बल्कि उनकी भावनाओं को भी चुनौती दी है. मुस्लिम समुदाय ने पत्रिका की प्रतियां जलाकर अपना विरोध जताया है। ट्विटर पर भी लोग विरोध जता रहे हैं। कुवैत के डॉक्टर हमद अलफरान ने कहा, आप खूनी व पागल आतंकियों को ताना मारकर कई जिंदगियों को खतरे में डाल रहे हैं।

उधर, पाक संसद ने पत्रिका में प्रकाशित कार्टून की निंदा करते हुए इसे लोगों के बीच गलतफहमी पैदा करने का षड्यंत्र बताया है। संसद में इन कार्टूनों के मद्देनजर एक प्रस्ताव पारित किया गया, जिसमें इस्लामिक सहयोग संगठन और यूरोपीय संघ समेत अंतरराष्ट्रीय समुदाय से मामले की कार्रवाई की बात कही है। संसद ने इसे ईशनिंदा सरीखा हरकत बताया है।

तस्वीर दे रही भावनाओं को चुनौती

काहिरा के प्रभावशाली अल अजहर मस्जिद के ग्रैंड शेख के सहायक अब्बास शुमन ने कहा, कवर पेज पर छपी नई तस्वीर उन मुसलमानों की भावनाओं को चुनौती दे रही है, जिन्होंने पत्रिका के दफ्तर पर हुए हमलों के प्रति अपनी संवेदना प्रकट की थीं। प्रदर्शनकारियों ने शार्ली अब्दो के नए अंक की प्रतियां जलाकर अपना विरोध जताया।

उधर, फिलिपींस में महिलाओं ने 'तुम हो शार्ली, इस्लाम का करो सम्मान' बैनर लिए अपनी नाराजगी जाहिर की। उन्होंने फ्रांस से मामले पर माफी मांगने को कहा है। वहीं, जॉर्डन में मुस्लिम ब्रदरहुड ने कहा है कि वे शुक्रवार को अम्मान में जुमे की नमाज अता करने के बाद पत्रिका के खिलाफ प्रदर्शन करेंगे।

हमले को तालिबान ने बताया सही

अफगान तालिबान ने फ्रांस में पैगम्बर के कार्टूनों को फिर से प्रकाशित किए जाने की निंदा की और पिछले हफ्ते पेरिस में शार्ली अब्दो पत्रिका पर हुए घातक इस्लामी हमले को सही ठहराया। संगठन की ओर से जारी बयान में कहा गया है कि वे इस अमानवीय कार्रवाई की कड़ी निंदा करते हैं और इसे अंजाम देने वालों, इसकी अनुमति देने वालों और इसके समर्थकों को मानवता का दुश्मन मानते हैं।

संगठन ने कई जर्नलिस्ट्स समेत लोगों की गोली मार कर हत्या करने वाले बंदूकधारियों की सराहना करते हुए कहा कि उन्होंने 'अश्लील कार्रवाई करने वालों के साथ न्याय किया। वहीं, लेबनान के हिज्बुल्ला संगठन ने नए कार्टूनों को 'अत्यधिक भड़काऊ' करार देते हुए शार्ली अब्दो की निन्दा की ओर आगाह किया कि इससे 'आतंकवाद एवं चरमपंथ' और भड़केगा।

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