चीन की पाकिस्तान तक वाया पीओके रेल लाइन बिछाने की तैयारी
बीजिंग। चीन ने अपने सीमावर्ती प्रांत शिनजियांग से पाकिस्तान तक एक अंतरराष्ट्रीय रेल लिंक बनाने के लिए 'प्रारंभिक अध्ययन' शुरू किया है। भारत के नजरिये से यह विवादास्पद परियोजना है जो पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर [पीओके] से होकर गुजरेगी। सरकारी अखबार चाइना डेली ने शनिवार को शिनजियांग के प्रांतीय विकास और सुधार आयोग के नि
By Edited By: Updated: Sat, 28 Jun 2014 04:50 PM (IST)
बीजिंग। चीन ने अपने सीमावर्ती प्रांत शिनजियांग से पाकिस्तान तक एक अंतरराष्ट्रीय रेल लिंक बनाने के लिए 'प्रारंभिक अध्ययन' शुरू किया है। भारत के नजरिये से यह विवादास्पद परियोजना है जो पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर [पीओके] से होकर गुजरेगी।
सरकारी अखबार चाइना डेली ने शनिवार को शिनजियांग के प्रांतीय विकास और सुधार आयोग के निदेशक झांग चुनलिन के हवाले से कहा कि चीन ने एक अंतरराष्ट्रीय रेल लिंक के निर्माण के प्रारंभिक अध्ययन के लिए धन का आवंटन किया है। इससे शिनजियांग का काशगर शहर पाकिस्तान के ग्वादर बंदरगाह से जुड़ जाएगा। शिनजियांग की राजधानी उरुमाकी में आयोजित दो दिवसीय अंतराष्ट्रीय सेमिनार 'सिल्क रोड इकोनामिक बेल्ट' में झांग ने बताया, 'प्रस्तावित 1800 किमी लंबी चीन-पाकिस्तान रेल लाइन राजधानी इस्लामाबाद और कराची से भी होकर गुजरेगी।' उन्होंने कहा, 'हालांकि प्रतिकूल पर्यावरण और जटिल भौगोलिक परिस्थतियों के चलते रेल निर्माण की लागत बहुत अधिक होने की उम्मीद है। परियोजना का अध्ययन पहले ही शुरू कर दिया गया है।' चीन और पाकिस्तान ने पहले ही अधिकृत कश्मीर से होते हुए काशगर और ग्वादर कॉरिडोर के निर्माण के लिए समझौता किया है। खबर है कि भारत ने इस संदर्भ में अपनी चिंताओं से चीन को अवगत करा दिया है। उल्लेखनीय है अशांत शिनजियांग की सीमाएं पीओके और अफगानिस्तान से सटी हुई हैं। यहां उइगर मुस्लिमों की बड़ी आबादी रहती है और हाल के वर्षो में दूसरे प्रांतों से चीनियों की बस्तियां बसाए जाने के विरोध में दंगे हुए हैं। प्रांत में ईस्ट तुर्किस्तान इस्लामिक मूवमेंट सक्रिय है जिसके आंतकवादियों ने कई बार प्रांत समेत बीजिंग और दूसरे चीनी शहरों में हमले किए हैं।