Move to Jagran APP

गुलाम कश्मीर पर कब्जा कर रहा है चीन

चीन धीरे-धीरे गुलाम कश्मीर के कुछ हिस्सों पर कब्जा कर रहा है। यह खुलासा किया है कश्मीरी नेता डॉ. शब्बीर चौधरी ने। राजनयिक समिति के प्रमुख और कश्मीर नेशनल पार्टी (केएनपी) के वरिष्ठ नेता डॉ. शब्बीर चौधरी ने एक साक्षात्कार में बताया कि कश्मीर विवाद का हिस्सा न होते हुए भी चीन ने जम्मू-कश्मीर के कुछ भागों

By Edited By: Updated: Thu, 28 Mar 2013 03:39 PM (IST)

जिनेवा। चीन धीरे-धीरे गुलाम कश्मीर के कुछ हिस्सों पर कब्जा कर रहा है। यह खुलासा किया है कश्मीरी नेता डॉ. शब्बीर चौधरी ने।

राजनयिक समिति के प्रमुख और कश्मीर नेशनल पार्टी (केएनपी) के वरिष्ठ नेता डॉ. शब्बीर चौधरी ने एक साक्षात्कार में बताया कि कश्मीर विवाद का हिस्सा न होते हुए भी चीन ने जम्मू-कश्मीर के कुछ भागों, अक्साई चिन के कुछ हिस्सों पर और गिलगिट-बाल्टिस्तान के कुछ क्षेत्रों पर कब्जा कर लिया है।

चौधरी ने कहा कि पाकिस्तान और पाकिस्तानी समर्थक कश्मीरी चीन को इस मामले में पार्टी बनाना चाहते हैं। उन्होंने चेतावनी देते हुए कहा कि यह पूरी तरह से विनाशकारी साबित होगा।

चौधरी ने कहा कि चीन अपनी मिसाइल तकनीक को विकसित करने के लिए इस क्षेत्र में अन्वेषण कर रहा है। यहां पर बहुमूल्य खनिजों और पत्थरों का अंबार है। पाकिस्तान ने गिलगिट बाल्टिस्तान का यह क्षेत्र बड़ी उदारता के साथ चीन को अन्वेषण कार्य के लिए दिया है। उन्होंने [पाकिस्तानियों ने] इसके लिए उनसे राशि प्राप्त की है। चौधरी ने दावा किया कि जो भी क्षेत्र चीन को दिया गया है उसके बदले में धन लिया गया है। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान और चीन का कुलीन वर्ग बस अपना हित ही देख रहा है। स्थानीय लोग इसका विरोध कर हैं, उनका कहना है कि यह संसाधान केवल हमारे हैं और इसका लाभ केवल हमें और हमारी पीढि़यों को ही मिलना चाहिए।

चौधरी ने दावा कि जब वे गिलगिट बाल्टिस्तान के दौरे पर गए तो वह यह देख कर हैरान रह गए कि वहां जगह-जगह चीनी साइन बोर्ड लगे हुए थें। उन्होंने कहा कि इसका मतलब क्या है? मैं चीनी भाषा नहीं जानता, लेकिन इसका मतलब यह है कि वहां चीन की उपस्थिति है। यह साइनबोर्ड हमारे लिए या पाकिस्तानियों के लिए नहीं थे। तो यह गिलगिट बाल्टिस्तान में चीन की भारी मौजूदगी को दर्शाता है। उन्होंने कहा कि जहां-जहां सड़क निर्माण और बांध निर्माण हो रहा है वहां बड़ी संख्या में चीनी सेना की उपस्थिति है।

मोबाइल पर ताजा खबरें, फोटो, वीडियो व लाइव स्कोर देखने के लिए जाएं m.jagran.com पर