Move to Jagran APP

चीन ने सिक्किम के पास तक पहुंचाया रेल नेटवर्क

चीन ने तिब्बत में शिगाजे तक अपने रेल नेटवर्क का विस्तार कर लिया है। शिगाजे सिक्किम में भारतीय सीमा के पास स्थित है। चीन के इस कदम से उसे दूरदराज के हिमालयी क्षेत्र में सैनिक और हथियार पहुंचाने में मदद मिलेगी। सरकारी शिन्हुआ समाचार एजेंसी की रिपोर्ट में कहा गया है कि विश्व में सबसे अधिक ऊंचाई पर बना क्विंघाई-ि

By Edited By: Updated: Thu, 06 Mar 2014 08:53 PM (IST)
Hero Image

बीजिंग। चीन ने तिब्बत में शिगाजे तक अपने रेल नेटवर्क का विस्तार कर लिया है। शिगाजे सिक्किम में भारतीय सीमा के पास स्थित है। चीन के इस कदम से उसे दूरदराज के हिमालयी क्षेत्र में सैनिक और हथियार पहुंचाने में मदद मिलेगी।

सरकारी शिन्हुआ समाचार एजेंसी की रिपोर्ट में कहा गया है कि विश्व में सबसे अधिक ऊंचाई पर बना क्विंघाई-तिब्बत रेलवे तिब्बत के शिगाजे में पंचेन लामा के आवास तक पहुंचेगा। इसमें इस रेल नेटवर्क के राजनीतिक महत्व पर जोर दिया गया है। चीन समर्थित 11वें पंचेन लामा ग्यैनसैन नोरबू का मुख्यालय शिगाजे में है। 24 वर्षीय लामा बीजिंग में रहते हैं। वह चाइना बुद्धिस्ट ऐसोसिएशन में शीर्ष पद पर हैं। पंचेनलामा का पद तिब्बत में दलाईलामा के बाद दूसरा सबसे अधिक श्रद्धा वाला पद माना जाता था। युवा लामा को राष्ट्रीय सलाहकारी निकाय चाइनीज पीपुल्स पॉलिटिकल कंसल्टेटिव कांफ्रेंस के लिए नामित किया गया था। शिन्हुआ के मुताबिक ल्हासा-शिगाजे रेलमार्ग की कुल लंबाई 253 किलोमीटर है और यह इस वर्ष अक्टूबर तक तैयार हो जाएगा। इस रेलमार्ग पर ट्रेनें अधिकतम 120 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से चल सकेंगीं और ल्हासा से शिगाजे तक की दूरी करीब दो घंटे में तय होगी। अभी सड़क मार्ग से इस दूरी को तय करने में करीब पांच घंटे लगते हैं। इस रेलमार्ग पर पटरी बिछाने का करीब 93 प्रतिशत काम पूरा हो चुका है।

चीन से संबंधित समाचार पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें।