1000 किलोमीटर पैदल यात्रा करने के बाद, भारत लौटने को बेचैन हैं सेल्वाराज
फोटो साभार-khaleejtimes.com सेल्वाराज कई महीनों से दुबई के एक सार्वजनिक पार्क में रह रहे हैं और भारत लौटने के लिए बेचैन हैं।
दुबई। दुबई में नौकरी करने वाले एक भारतीय ने वतन वापसी की कोशिश में अदालत की कार्यवाही में भाग लेने के लिए दो साल में एक हजार किलोमीटर से ज्यादा का सफर पैदल तय किया। अखबार खलीज टाइम्स को दिए साक्षात्कार में जगन्नाथन सेल्वाराज (48) ने बताया कि वह तमिलनाडु के तिरुचिरापल्ली के निवासी हैं।
उन्होंने बताया कि कैसे वह भारी ट्रैफिक, गर्मी, रेत की आंधी और थकान की परवाह किए बगैर लेबर कोर्ट की कार्यवाही में भाग लेने आते थे। सेल्वाराज की अदालत की यात्रा तमिलनाडु में उसकी मां की मौत के बाद शुरू हुई थी। उस समय उन्हें अपनी मां के अंतिम संस्कार में भाग लेने की इजाजत भी नहीं मिली थी। उनका मामला करीब 2 साल चला। सेल्वाराज ने कहा कि उन्हें सोनापुर से दुबई के करामा जिले में कम से कम 20 बार जाना पड़ा। उसके लिए 4 घंटे में 50 किलोमीटर से अधिक दूरी पैदल तय करना अनिवार्य था।
उन्होंने कहा कि वह सोनापुर में जहां रहते हैं, वहां से दुबई के बाहरी इलाके में स्थित श्रम न्यायालय तक जाने के लिए बस का किराया नहीं चुका सकते। सेल्वाराज ने खलीज टाइम्स को कहा कि वह कई महीनों से एक सार्वजनिक पार्क में रह रहे हैं और भारत लौटने के लिए बेचैन हैं।
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