यूएस हवाई हमले में आइएसआइएस के 800 मिलियन डॉलर स्वाहा
कुख्यात आतंकी संगठन IS को नेस्तनाबूद करने के लिए यूएस ने एक बड़ा हमला किया है। बताया जा रहा है कि हवाई हमले में आईएस के 800 मिलियन डॉलर राख हो गए।
नई दिल्ली (बीबीसी)। कुख्यात आतंकी संगठन आइएसआइएस को करारा झटका लगा है। अमेरिकी फौज ने इराक में आइएस के ठिकानों पर ताबड़तोड़ हमले कर 800 मिलियन डॉलर को राख कर दिया। आइएस ठिकानों पर हमले का ये वीडियो अमेरिकी सेना ने जनवरी में जारी किया था।
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20 हवाई हमलों में सब कुछ तबाह
इराक में तैनात मेजर जनरल पीटर गेस्टन का कहना है कि पुख्ता जानकारी मिलने के बाद मोसुल में आइएस के कई ठिकानों पर करीब 20 बार हवाई हमले किए गए। और इन हमलों में आइएस की आर्थिक रीढ़ टूट गयी है। उन्होंने बताया कि कैश रिजर्व को कितना नुकसान पहुंचा है इसका सटीक आंकलन करना मुश्किल है। लेकिन आइएस को बड़े पैमाने पर नुकसान हुआ है।
IS दुनिया का सबसे अमीर आतंकी संगठन
2014 में अमेरिकी रक्षा जानकारों ने कहा था कि आइएस दुनिया में संसाधनों से लैस सबसे बड़ा संगठन है। विशेषज्ञों का कहना है कि आइएस के आर्थिक स्रोतों के बारे में पुख्ता तौर पर कुछ कह पाना मुश्किल हैं। लेकिन इराक में ऑयल फील्ड्स पर कब्जे और टैक्स की वजह से वो अपने संसाधनों को जुटाता रहा है। आइएस के पास इस समय करीब 2 बिलियन डॉलर का बजट है जो कि पिछले साल से 250 मिलियन डॉलर ज्यादा है। हालांकि अब आइएस के हाथों से कई ऑयल फील्ड निकल जाने के बाद आइएस को मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है।
हमलों के बाद IS पड़ी कमजोर
अमेरिकी खुफिया एजेंसियों का कहना है कि आइएस लड़ाकों की सैलरी में कमी, और महंगी गाड़ियों को बेचे जाने से ये बात साफ है कि वो मुश्किल दौर से गुजर रहे हैं। आइएस लड़ाकों के जज्बे में कमी आयी है। वो बहुत धारदार तरीके से लड़ने में नाकाम साबित हो रहे हैं। खुफिया एजेंसियों का कहना है कि पिछले साल तक आइए के लड़ने वालों की संख्या प्रत्येक महीने 1500 से 2000 होती थी। लेकिन अब ये संख्या प्रति महीने महज 200 रह गयी है।
ह्वाइट हाउस का कहना है कि पिछले साल आइएस के करीब 31,500 लड़ाके गठबंधन सेनाओं का सामना कर रहे थे। लेकिन अब ये संख्या घटकर महज 25000 हजार रह गयी है।
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