इजरायल-फलस्तीन स्थायी संघर्ष विराम को राजी
मिस्र की लगातार कोशिशों के बाद आखिरकार इजरायल और हमास के बीच गाजा पट्टी में 50 दिनों से जारी खूनखराबे का अंत हो गया है। इजरायल और फलस्तीन के बीच स्थायी संघर्ष विराम पर समझौता हो गया है। हमास ने इसका एलान कर दिया है। साथ ही कहा है कि जल्द ही काइरो में आधिकारिक रूप से इजरायल भी इस स्थायी संघर्ष विराम की घोषणा कर देगा।
By Edited By: Updated: Wed, 27 Aug 2014 09:19 AM (IST)
गाजा। मिस्र की लगातार कोशिशों के बाद आखिरकार इजरायल और हमास के बीच गाजा पट्टी में 50 दिनों से जारी खूनखराबे का अंत हो गया है। इजरायल और फलस्तीन के बीच स्थायी संघर्ष विराम पर समझौता हो गया है। हमास ने इसका एलान कर दिया है। साथ ही कहा है कि जल्द ही काइरो में आधिकारिक रूप से इजरायल भी इस स्थायी संघर्ष विराम की घोषणा कर देगा।
हमास प्रवक्ता सामी अबू जुहरी ने मंगलवार को यहां कहा, समझौता हो चुका है। काइरो से जल्द लड़ाई रोकने का एलान किया जाएगा। उन्होंने इसे हमास की जीत भी बताया। यरुशलम पोस्ट ने सूत्रों के हवाले से कहा है कि समझौते के तहत इजरायल और मिस्र की ओर से गाजा की घेराबंदी खत्म की जाएगी। साथ ही समुद्र में गाजा निवासियों को मछली पकड़ने का अधिकार भी मिलेगा। अगले महीने इजरायल और फलस्तीन गाजा समुद्र पत्तन के निर्माण और हमास कैदियों की रिहाई पर चर्चा करेंगे। इससे पहले इजरायल ने मंगलवार सुबह गाजा की ऊंची रिहायशी इमारतों पर बमबारी की। चेतावनी मिसाइलें छोड़े जाने के बाद 13 मंजिला अपार्टमेंट और 16 मंजिली रिहायशी इमारत को ध्वस्त कर दिया गया। इजरायली सेना ने इन इमारतों को आतंकी ठिकाने बताते हुए कहा कि इनमें हमास के कमान और नियंत्रण केंद्र थे। हमास समर्थित अल-अक्सा टेलीविजन के अनुसार रिहायशी इमारत पर हवाई हमले में 25 लोग घायल हुए हैं। इनमें ज्यादातर चिकित्सा स्टाफ और पत्रकार शामिल हैं। चश्मदीदों ने बताया कि इजरायली ड्रोन से चार छोटे रॉकेट छोड़े जाने के कुछ समय बाद विशाल इमारत पर चार बड़े बम गिराए गए और पूरी इमारत मलबे में तब्दील हो गई। इस रिहायशी इटैलियन काम्पलैक्स का निर्माण 1995 में इटली की एक कंपनी ने किया था। इमारत में सौ से अधिक अपार्टमेंट और डेढ़ सौ स्टोर थे। इजरायल पिछले शनिवार से अब तक गाजा की तीन सबसे ऊंची इमारतों पर हमला कर चुका है। बीते शनिवार को उसने 13 मंजिले अल जफर टॉवर को नेस्तनाबूद कर दिया था।