150 लोगों समेत फ्रांस के आल्प्स में गिरा विमान
जर्मन एयरलाइंस का विमान मंगलवार को फ्रांस के आल्प्स पर्वत पर एक स्कींग रिजार्ट के करीब दुर्घटनाग्रस्त हो गया। विमान में सवार सभी 150 लोग मारे गए हैं। फ्रांस का एक जांच दल दुर्गम और निर्जन दुर्घटना स्थल की जांच करने में जुटा है। घटनास्थल से विमान का ब्लैक बाक्स
By Gunateet OjhaEdited By: Updated: Wed, 25 Mar 2015 01:52 AM (IST)
पेरिस। जर्मन एयरलाइंस का विमान मंगलवार को फ्रांस के आल्प्स पर्वत पर एक स्कींग रिजार्ट के करीब दुर्घटनाग्रस्त हो गया। विमान में सवार सभी 150 लोग मारे गए हैं। फ्रांस का एक जांच दल दुर्गम और निर्जन दुर्घटना स्थल की जांच करने में जुटा है। घटनास्थल से विमान का ब्लैक बाक्स मिल गया है। फ्रांस की बर्फीली पर्वतमाला पर पिछले चार दशकों में हुआ यह सबसे भीषण हादसा है।
फ्रांस के राष्ट्रपति फ्रांस्वा ओलांद के अनुसार बार्सीलोनेट कस्बे के पास एयरबस ए320 में सवार चालक दल के सदस्य और सभी यात्री हादसे में मारे गए हैं। स्थानीय सांसद क्रिस्टोफर कासनर ने घटनास्थल का हवाई दौरा करके ट्वीट किया कि बर्फीले पहाड़ पर हर तरफ विमान का मलबा और लाशें बिखरी पड़ी हैं। फ्रांस के गृह मंत्री बर्नाड काजनेव ने बताया कि विमान का ब्लैक बॉक्स मिल गया है जिसे आगे की जांच के लिए जांचकर्ताओं को सौंपा है। हालांकि हादसे के कारणों पर भी अब तक कोई खुलासा नहीं हुआ है। इस बीच एयरलाइंस जर्मनविंग का कहना है कि एयरबस ए320 फ्रांस के आल्प्स पर्वत पर गिरने से पहले अपनी पूरी ऊंचाई पर पहुंचने के एक मिनट बाद ही नीचे की ओर आता दिखा। फिर आठ मिनट तक उसका कुछ पता नहीं चला। छह हजार फीट की ऊंचाई पर विमान फ्रांस के रडार और एयर ट्रैफिक कंट्रोल के संपर्क में आया था। उसके बाद ही विमान हादसे का शिकार हो गया।सस्ती एयरलाइंस का पुराना विमान जर्मनी की सस्ती एयरलाइंस जर्मनविंग दरअसल जर्मन एयरलाइंस लुफ्थांसा की सहयोगी एयरलाइंस है। दुर्घटनाग्रस्त ए320 विमान 24 साल पुराना है। यह मुख्य कंपनी लुफ्थांसा का हिस्सा सन् 1991 से रहा है। वैसे ए320 विमान में कुल 150 से 180 लोगों के बैठने की क्षमता होती है। विमान में कुल 144 यात्री सवार थे और करीब छह विमान चालक दल के सदस्य थे। इन सभी के लिए यह अंतिम सफर साबित हुआ।
मरने वालों में अधिकांश जर्मन विमान में अधिकांश यात्री जर्मन नागरिक थे। जर्मन नागरिकों में 16 स्कूली बच्चे भी थे। विमान में फ्रांस और स्पेन के नागरिक भी बताए जा रहे हैं। यह विमान बार्सीलोना से होकर जर्मनी के डुसेलडोर्फ जा रहा था। उसी वक्त यह दक्षिण-पूर्व फ्रांस के बार्सीलोनेट क्षेत्र में दुर्घटनाग्रस्त हो गया। जर्मनी की चांसलर एंजेला मार्केल फ्रांस में हुए हादसे की जगह पर बुधवार को जाएंगी।
दस बड़े विमान हादसों पर नजर -22 अगस्त 2006 : पुल्कोवो एविएशन इंटरप्राइज फ्लाइट 612, टूपोलेव टीयू-154 यूक्रेन में दुर्घाटनाग्रस्त। हादसे में 170 यात्रियों की मौत। -29 सिंतबर 2006 : ब्राजील में गोल ट्रांसपोट्र्स एरोज फ्लाइट 1907, बोइंग 737-800 की जेट से टक्कर। दुघर्टना में 154 यात्रियों की मौत। -17 जुलाई 2007 : टैम एयरलाइंस फ्लाइट 3504, एयरबस ए320 ब्राजील में दुर्घटनाग्रस्त। विमान में सवार 187 यात्रियों की मौत। हादसे से जमीन पर मौजूद 12 अन्य की मौत। -20 अगस्त 2008 : स्पेनायर फ्लाइट 5022, एमडी-82 मैडरिड हवाई अड्डे से उड़ान भरने के दौरान दुर्घटनाग्रस्त। हादसे में 154 लोगों की मौत। -1 जून 2009 : एयर फ्रांस फ्लाइट 447, एयरबस ए330 पेरिस की यात्रा के दौरान अटलांटिक महासागर में दुर्घाटनग्रस्त। 228 लोग मरे। -मई 22, 2010 : एयर इंडिया एक्सप्रेस फ्लाइट 812, बोइंग 737-800, मंगलूर अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर फिसलने के चलते दुर्घटनाग्रस्त। 158 की मौत। -जुलाई 28, 2010 : एयर ब्लू फ्लाइट 202, एयरबस ए321 खराब मौसम के चलते इस्लामाबाद में दुर्घटनाग्रस्त। 152 यात्रियों की मौत। -20 अप्रैल 2012 : भोजा एयरफ्लाइट 213 खराब मौसम के चलते रावलपिंडी में दुर्घटनाग्रस्त। 127 यात्रियों की मौत। -13 अप्रैल 2013 : लायन एयर फ्लाइट 904, बोइंग 737 दुर्घटनाग्रस्त बाली की यात्रा के दौरान समुद्र में दुर्घटनाग्रस्त।108 की मौत। -28 दिसंबर 2014, इंडोनेशिया एयर फ्लाइट 8501, एयरबस ए320 सिंगापुर की यात्रा दौरान समुद्र में दुर्घटनाग्रस्त। 162 लोगों की मौत।पढ़ेंः कांप जाती है रूह जब याद आते हैं ये हादसेपढ़ेंः अभी तक रहस्य बना हुआ है लापता एमएच-370पढ़ेंः काश 10 डॉलर खर्च किए होते, तो मिल जाता एमएच-370!