पाकिस्तान में हिंदू बच्चों को शिक्षा का तोहफा
पाकिस्तान मे अल्पसंख्यको को हमेशा से ही मूलभूत समस्याओ का सामना करना पड़ा है एवं आज भी ये समस्याएं कम होने का नाम नही ले रही है। हालांकि कुछ लोग ऐसे भी है, जिन्होने दिक्कतो के बावजूद समाज मे अपना स्थान बनाए रखा है। 33 वर्षीय संजेश कुमार कराची के निवासी हैं और पिछले तीन साल से गरीब बच्चो को मुफ्त मे पढ़ा रहे है। वह दिन मे दो से तीन घंटो तक उन्हे पढ़ाते है।
By Edited By: Updated: Fri, 25 May 2012 03:55 PM (IST)
इस्लामाबाद। पाकिस्तान में अल्पसंख्यकों को हमेशा से ही मूलभूत समस्याओं का सामना करना पड़ा है एवं आज भी ये समस्याएं कम होने का नाम नहीं ले रही हैं। हालांकि कुछ लोग ऐसे भी हैं, जिन्होंने दिक्कतों के बावजूद समाज में अपना स्थान बनाए रखा है। 33 वर्षीय संजेश कुमार कराची के निवासी हैं और पिछले तीन साल से गरीब बच्चों को मुफ्त में पढ़ा रहे हैं। वह दिन में दो से तीन घंटों तक उन्हें पढ़ाते हैं।
कराची के जिन्ना अस्पताल के पास एक गरीब बस्ती है, जिसमें अधिकतर हिंदू रहते हैं और ज्यादातर लोग घरों और अस्पताल में सफाई का काम करते हैं। इन लोगों के पास अपने बच्चों को पढ़ाने के लिए पैसा नहीं है और यही ध्यान रखते हुए संजेश कुमार ने बस्ती के बच्चों को मुफ्त पढ़ाने के बारे में सोचा। शाम के समय बस्ती के अंदर ही एक छोटी से खाली जगह पर बच्चे इकट्ठा होते हैं और संजेश उन्हें वहीं बैठकर पढ़ाते हैं। संजेश के कुछ दोस्त भी इस काम में उनकी मदद करते हैं। इस समय वह करीब 50 बच्चों को निशुल्क शिक्षा दे रहे हैं। संजेश का कहना है कि यहां सरकारी स्कूलों की स्थिति अच्छी नहीं है, इसलिए गरीब बच्चे अच्छी शिक्षा हासिल नहीं कर पाते हैं। उन्होंने कहा कि इस काम में उन्हें दिक्कत तो काफी आती है, लेकिन वह समझते हैं कि गरीब बच्चों को शिक्षा देना बहुत जरूरी और नेक काम है। ये देश का भविष्य हैं और शिक्षा इनके लिए बहुत जरूरी है। शिक्षा के बिना हो सकता है, ये बड़े होकर अपराधी बन जाएं। बीबीसी की रिपोर्ट के मुताबिक, उनका प्रयास यही रहता है कि बच्चों को प्राथमिक शिक्षा दी जा सके। इसके बाद वह उनके परिवार वालों को उन्हें स्कूल में दाखिल कराने को कहते हैं। संजेश के मुताबिक, ऐसा करने से बच्चों के परिवार का हौसला बढ़ता है और वे बच्चों के भविष्य के बारे में सही दिशा में सोच पाते हैं। मोबाइल पर ताजा खबरें, फोटो, वीडियो व लाइव स्कोर देखने के लिए जाएं m.jagran.com पर