रक्षा व उत्पादन क्षेत्र में मजबूत होंगे भारत-दक्षिण अफ्रीका के रिश्ते, जानिए 10 बातें
दक्षिण अफ्रीका के राष्ट्रपति जैकब जुमा से मुलाकात में पीएम मोदी कई क्षेत्रों में आपसी संबंध को और बेहतर बनाने पर जोर दिया।
प्रिटोरिया, प्रेट्र। अपने पारंपरिक संबंधों को नया आयाम देते हुए भारत और दक्षिण अफ्रीका शुक्रवार को रक्षा उत्पादन, उत्पादन, खणिज और खान समेत कई क्षेत्र में आपसी रिश्ते को और अधिक गहरा करने पर सहमत हुए। इसके साथ ही, दोनों देशों ने आतंकवाद के खिलाफ साझा मुकाबले करने और इसको लेकर अंतर्राष्ट्रीय मंचों पर अपनी बातें रखने पर भी जोर दिया।
पीएम मोदी और राष्ट्रपति जैकब जुमा के बीच बातचीत की ये है दस बड़ी बातें-
1- राष्ट्रपति जैकब जुमा से लंबी बातचीत के बाद प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने भारत को रक्षा उत्पादन के लिए सबसे बेहतर जगह और सही मंच करार दिया। गौरतलब है कि वैश्विक लिहाज से रक्षा उत्पादन के क्षेत्र में दक्षिण अफ्रीका एक बड़ा खिलाड़ी है।
2- जैकब जुमा से मुलाकात के बाद पीएम मोदी ने कहा दोनों देश सिर्फ आपसी बैठक के लिए ही नहीं बल्कि क्षेत्रीय और वैश्विक जरूरतों को देखते हुए एक साथ आ सकते हैं।
3- मुलाकात के दौरान पीएम मोदी ने राष्ट्रपति जैकब जुमा का परमाणु आपूर्तिकर्ता समूह (एनएसजी) में भारत की सदस्यता के दावे के लिए समर्थन का धन्यवाद किया।
4- दक्षिण अफ्रीका और भारत के आपसी संबंधों को बेहतर बताते हुए पीएम मोदी ने कहा कि दोनों देशों के बीच व्यापार और निवेश में अपार संभानाएं हैं। खासकर, खान, खणिज, रसायन, औषधि, उत्पादन और सूचना तकनीक के क्षेत्र में।
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5- राष्ट्रपति जैकब जुमा के साझा प्रेस वार्ता में पीएम मोदी ने जोरदार तरीके से महात्मा गांधी का नाम लेते हुए कहा कि वे जितने भारत में आदरणीय है उतने ही दक्षिण अफ्रीका में भी है।
6- मोदी ने कहा कि मेरे लिए दक्षिण अफ्रीका आना महान नेताओं के लिए श्रद्धांजलि देने का एक अवसर है जहां की धरती पर महात्मा गांधी और नेल्सन मंडेला आए थे।
7- आतंकवाद की चुनौतियों पर बोलते हुए मोदी ने कहा कि यह समाज की नींव पर हमला करता है जिसके खिलाफ मुकाबला करने के लिए दोनों देश सहमत हुए हैं और सक्रिय तौर पर आपसी सहयोग करेंगे।
8- रक्षा और सुरक्षा क्षेत्र में अवसरों का हवाला देते हुए पीएम मोदी ने कहा कि दोनों देशों की कंपनियां मिलकर संयुक्त तौर पर रक्षा सामग्रियों का उत्पादन या उसे विकसित कर सकते हैं।
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9- मोदी ने कहा कि आर्थिक संबंध से और ऊपर उठकर और व्यावसायिक, व्यापार और निवेश में बेहतर रिश्तों के बावजूद हम रक्षा और उत्पादन के क्षेत्र में साझीदार हो सकते हैं। और ये दोनों ही स्तर पर इंडस्ट्री के साथ ही रणनीतिक और सुरक्षा जरूरतों को देखते हुए किया जा सकता है।
10- मोदी ने कहा कि भारत का रक्षा क्षेत्र उन क्षेत्रों में से एक है जो पूरी तरह परिवर्तन के दौर से गुजर रहा है और इसमें अपार संभावनाएं हैं।