Move to Jagran APP

जलवायु परिवर्तन पर अमेरिका और भारत में बढ़ेगा सहयोग

भारत और अमेरिका ने जलवायु परिवर्तन के क्षेत्र में आपसी सहयोग बढ़ाने की दिशा में एकजुट होकर आगे बढ़ने पर सहमति जताई है।

By Kamal VermaEdited By: Updated: Sat, 23 Apr 2016 07:15 PM (IST)
Hero Image

न्यूयार्क (प्रेट्र)। आने वाले दिनों में भारत और अमेरिका जलवायु परिवर्तन के क्षेत्र में आपसी सहयोग बढ़ाने की दिशा में अग्रसर होंगे। अमेरिकी विदेश मंत्री जॉन केरी के साथ पर्यावरण मंत्री प्रकाश जावड़ेकर और ऊर्जा मंत्री पीयूष गोयल की बैठक में यह मुद्दा प्रमुखता से उठा। जावड़ेकर और गोयल शुक्रवार को संयुक्त राष्ट्र मुख्यालय में आयोजित ऐतिहासिक पेरिस जलवायु परिवर्तन संधि हस्ताक्षर समारोह के बाद केरी से मिले थे।

LED के प्रयोग से कार्बन डायऑक्साइड का उत्सर्जन कम करने में मिली कामयाबी

भारत की ओर से जावड़ेकर ने इस संधि पर हस्ताक्षर किया। संधि पर 175 देशों ने हस्ताक्षर किए। जबकि पीयूष गोयल अंतरराष्ट्रीय सौर गठबंधन की बैठक के सिलसिले में संयुक्त राष्ट्र मुख्यालय में मौजूद थे। केरी से मुलाकात के बाद पर्यावरण मंत्री जावड़ेकर ने कहा कि दोनों पक्षों के बीच ढेरों मुद्दों पर चर्चा हुई। एक वरिष्ठ अधिकारी के अनुसार पेरिस जलवायु संधि को अमली जामा पहनाने में भारत ने जिस तरह से सहयोग किया,बैठक में उस पर भी विस्तार से चर्चा हुई।

भारत समेत 171 देशों ने किए पेरिस जलवायु समझौते पर हस्ताक्षर वृक्षारोपण पर 40,000 करोड़ होंगे खर्च, पेरिस समझौते पर दस्तखत करेगा भारत

जावड़ेकर और केरी दोनों देशों के बीच जलवायु परिवर्तन पर आपसी सहयोग बढ़ाने के इच्छुक दिखे। दोनों नेता इस दिशा में द्विपक्षीय सकारात्मक सहयोग बढ़ाने के लिए भी सहमत हुए। उक्त अधिकारी ने बताया कि दोनों नेताओं के बीच रविवार को आयोजित इकोनोमी फोरम के एजेंडे को लेकर भी चर्चा हुई। जावड़ेकर फोरम की बैठक में हिस्सा लेंगे।

TTP ने ली सरदार सूरन सिंह की हत्या की जिम्मेदारी, इमरान खान ने की निंदा तेलंगाना: केमिकल गोदाम में लगी भीषण आग, मौके पर गई दमकल की गाडि़यां मौजूद

जो अपने देश के गौरवशाली अतीत को नहीं जानते उनका कोई भविष्य नहीं: फड़नवीस लाखों लोगों को मिलेगा ग्राम उदय से भारत उदय योजना का लाभ: खट्टरअभूतपूर्व है वातावरण में बदलाव की रफ्तार

धरती के लिए स्वास्थ्य बीमा है जलवायु समझौता