ईरान परमाणु समझौते वार्ता की बढ़ेगी समयसीमा
ईरान और विश्व की छह महाशक्तियों के बीच चल रही परमाणु समझौता वार्ता की समयसीमा बढ़ने जा रही है। विश्व शक्तियों और ईरान ने वार्ता की समयसीमा बढ़ाने पर चर्चा शुरू कर दी है। दरअसल, कई अनसुलझे मुद्दों पर चर्चा के लिए सोमवार को खत्म हो रही समय सीमा बढ़ाया
By Kamal VermaEdited By: Updated: Tue, 25 Nov 2014 12:09 AM (IST)
विएना। ईरान और विश्व की छह महाशक्तियों के बीच चल रही परमाणु समझौता वार्ता की समयसीमा बढ़ने जा रही है। विश्व शक्तियों और ईरान ने वार्ता की समयसीमा बढ़ाने पर चर्चा शुरू कर दी है। दरअसल, कई अनसुलझे मुद्दों पर चर्चा के लिए सोमवार को खत्म हो रही समय सीमा बढ़ाया जा रहा है।
संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद के पांच स्थायी सदस्य तथा जर्मनी (पी 5 प्लस 1) जिनेवा में हुए अंतरिम करार को स्थायी समझौते में तब्दील करने के लिए ईरान के साथ महीनों से बातचीत कर रहे हैं। बारह साल के गतिरोध के बाद इस प्रकार के समझौते पर पहुंचने का उद्देश्य इस आशंका को कम करना है कि ईरान अपनी असैन्य गतिविधियों की आड़ में परमाणु हथियारों का विकास करेगा। हालांकि ईरान लगातार इन आरोपों से इंकार करता आया है। अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा ने रविवार को एबीसी न्यूज को दिए साक्षात्कार में कहा था कि इस समझौते से एक बड़ा काम खत्म हो जाएगा और संभवत: न केवल ईरान तथा हमारे बल्कि पूरी दुनिया के बीच संबंधों में बदलाव शुरू होगा। हालांकि विएना में इस सप्ताह हुई वार्ता में सभी संबंधित पक्षों को यह सोचने पर मजबूर होना पड़ा है कि प्रमुख मतभेदों पर कोई सहमति नहीं बनने के चलते, क्या इसे कुछ और समय देना बेहतर विकल्प है। ईरानी सूत्र ने पुष्टि की कि अमेरिकी विदेश मंत्री जॉन केरी और उनके ईरानी समकक्ष मुहम्मद जावेद जावेद जरीफ ने गुरुवार से सात बार बैठक की, लेकिन गतिरोध बना हुआ है।