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'मैं हूं एक ब्रिटिश नागरिक, दो साल से हूं आइएस का कैदी'

आतंकी गुट आइएस ने एक नया वीडियो जारी किया, जिसमें बंधक बनाए गए ब्रिटिश पत्रकार जॉन कैंटली नजर आए। पिछले साल सीरिया से अगवा किए गए कैंटली ने इस वीडियो में नारंगी रंग के कपड़े पहने थे। फोटो पत्रकार ने स्वयं का परिचय देते हुए कहा कि मैं एक ब्रिटिश नागरिक हूं, जिसे मेरी सरकार ने छोड़ दिया। मैं इस्लामिक स्टेट का दो साल

By Rajesh NiranjanEdited By: Updated: Mon, 27 Oct 2014 09:06 AM (IST)
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बेरुत। आतंकी गुट आइएस ने एक नया वीडियो जारी किया, जिसमें बंधक बनाए गए ब्रिटिश पत्रकार जॉन कैंटली नजर आए। पिछले साल सीरिया से अगवा किए गए कैंटली ने इस वीडियो में नारंगी रंग के कपड़े पहने थे।

फोटो पत्रकार ने स्वयं का परिचय देते हुए कहा कि मैं एक ब्रिटिश नागरिक हूं, जिसे मेरी सरकार ने छोड़ दिया। मैं इस्लामिक स्टेट का दो साल से कैदी हूं। आइएस द्वारा जारी कैंटली का यह पांचवां वीडियो उनकी पिता की मौत के बाद सामने आया है। साढ़े छह मिनट के वीडियो में उन्होंने ब्रिटिश और अमेरिकी सरकार का विरोध किया। कैंटली ने कहा कि जब भी कोई कैदी भागने की कोशिश करता तो उसके चेहरे पर कपड़ा बांध दिया जाता है। फिर सांस रोकने की कोशिश के बाद उस पर खूब सारा पानी डाला जाता है।

अब ब्रिटिश जिहादियों को जान से मारने की धमकी देने लगे आइएस सरगना

खूंखार आतंकी गुट इस्लामिक स्टेट (आइएस) का साथ देने सीरिया और इराक गए ब्रिटिश जिहादी घर लौटना चाहते हैं। मगर उन पर अब मौत का खतरा मंडरा रहा है क्योंकि आइएस के सरगनाओं ने इन्हें मारने की धमकी दी है। 30 से ज्यादा ब्रिटिश जिहादी अपने देश लौटना चाहते हैं।

ग्वांतानामो जेल के पूर्व बंदी मोअज्जम बेग ने भी इसकी पुष्टि की और कहा कि बड़ी संख्या में ब्रिटिश अब आतंकी समूह छोड़कर ब्रिटेन वापस आना चाहते हैं। बेग ने कहा कि ब्रिटेन वापसी की तैयारी में जुटे जिहादियों में से कुछ मुख्य रूप से सीरियाई राष्ट्रपति बशर अल असद सरकार के विद्रोहियों के साथ शामिल हुए थे। इनका मकसद सीरियाई लोगों की मदद करना था। बाद में यह विद्रोही आइएस से जुड़ गए। ब्रिटिश जिहादियों के लौटने की बात उस समय सामने आई, जब इंग्लैंड स्थित पो‌र्ट्समथ के एक युवा छात्र की सीरिया में मौत हो गई। मुहम्मद मेहदी हसन (19) ने सीरिया से भागने की कोशिश की थी। हालांकि उसे पकड़ लिया गया और कोबानी की लड़ाई में भेज दिया गया। हसन आइएस से जुड़ने वाला सबसे युवा जिहादी था। इस बीच, अमेरिका ने इराक में आइएस के आतंकियों के ठिकानों पर 22 हवाई हमले किए। अमेरिकी मध्य कमान ने बताया कि सीरिया में यह हवाई हमला कुर्द शहर कोबानी के निकट किया गया, जिसमें आतंकियों के हथियार रखने का ठिकाना नष्ट हो गया। वहीं, सीरियाई ऑब्जरवेटरी फॉर हृयूमन राइट्स ने बताया कि होम्स प्रांत में सीरियाई हवाई हमलों में 25 लोगों की मौत हो गई। मृतकों में 10 बच्चे और तीन महिलाएं शामिल थी। इस समूह का मानना है कि घायलों की स्थिति गंभीर है। बताया गया कि सीरियाई एयर फोर्स ने पिछले कुछ दिनों में 533 हवाई हमले किए हैं।

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आइएस को हरहाल में करना पड़ेगा नष्ट