मॉस्को हवाई अड्डे पर धूल फांक रहा सद्दाम का अरबों का खजाना!
लंदन। मॉस्को एयरपोर्ट पर पिछले छह वर्षो से पड़े 20 अरब यूरो (करीब 16
By Edited By: Updated: Mon, 30 Sep 2013 04:49 PM (IST)
लंदन। मॉस्को एयरपोर्ट पर पिछले छह वर्षो से पड़े 20 अरब यूरो (करीब 1693 अरब रुपये) का अब तक कोई वैध दावेदार सामने नहीं आया है। खुफिया विभाग का मानना है कि यह धनराशि इराक के पूर्व तानाशाह सद्दाम हुसैन का गुप्त खजाना हो सकती है।
पढ़ें: सद्दाम ने स्विस बैंक में जमा कर रखा था धन इस खजाने को कड़ी सुरक्षा के बीच एयरपोर्ट के कार्गो डिपो में रखा गया है। दरअसल, 20 अरब यूरो की नकदी लकड़ी के 200 बक्सों में भरी है। हर बक्से में दस करोड़ यूरो भरे हुए हैं। सभी नोट 100 यूरो के हैं। रूस का कस्टम विभाग इसके असल मालिक की तलाश में है। वैसे तो अब तक कई लोग इस पर अपना दावा जता चुके हैं, लेकिन अधिकारी उनके जवाब से संतुष्ट नहीं हो पाए हैं। इस नकदी को फ्रैंकफर्ट से मॉस्को के हवाई अड्डे पर सात अगस्त, 2007 को भेजा गया था। प्राप्तकर्ता की सही जानकारी नहीं होने के कारण यह एयरपोर्ट पर ही है। रूसी अधिकारियों ने कहा,' प्रशासन अब तक इस खजाने के मालिक की पहचान नहीं कर पाया है। सद्दाम के गुप्त खजाने को उनकी फांसी के आठ महीने बाद जर्मनी से रूस क्यों भेजा जाएगा, यह बड़ा रहस्य है। लेकिन हम दूसरी संभावनाओं पर भी गौर कर रहे हैं।' कहा जा रहा है कि इराकी तानाशाह ने सत्ता से बेदखल किए जाने से पहले 8.9 अरब यूरो (करीब 760 अरब रुपये) कूटनीतिक रास्ते से मॉस्को भिजवाए थे। कुछ लोग इसे लीबिया के पूर्व तानाशाह कर्नल मुअम्मर गद्दाफी का खजाना मान रहे हैं, वहीं कुछ इस धनराशि को रूसी माफियाओं और भ्रष्ट रूसी नेताओं से जोड़ कर देख रहे हैं। एक अधिकारी ने बताया कि दस्तावेज के मुताबिक नकदी को भेजने वाला 45 वर्षीय फर्जिन कोरुरियन मोतलाग था। पासपोर्ट के मुताबिक वह ईरानी नागरिक है, लेकिन कस्टम अधिकारी उसे इसका असली मालिक नहीं मानते। मोतलाग पर 2010 में सेंट्रल बैंक ऑफ अबूधाबी से 14 अरब डॉलर नकदी चुराने के प्रयास का मास्टरमाइंड होने का आरोप लगा था। वैसे उसने भी इस नकदी पर अपनी दावेदारी पेश नहीं की है। रूसी सरकार ने फिलहाल इस नकदी को जब्त नहीं किया है।
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