ईरान पर कब्जा कर परमाणु बम हासिल करेगा आइएस
बर्बर आतंकी संगठन इस्लामिक स्टेट (आइएस) अब पूरी दुनिया में कत्लेआम मचाने की साजिश रच रहा है। एक दस्तावेज के हवाले से इस आतंकी संगठन के खूंखार इरादों का पता चला है। साजिश के मुताबिक, आइएस ईरान पर कब्जा कर परमाणु बम की तकनीक हासिल करेगा। इसके बाद नाजी अंदाज में बड़े पैमाने पर नरसंहार किया जाएगा और स्वयंभू खल
By Sudhir JhaEdited By: Updated: Sun, 05 Oct 2014 10:10 PM (IST)
लंदन। बर्बर आतंकी संगठन इस्लामिक स्टेट (आइएस) अब पूरी दुनिया में कत्लेआम मचाने की साजिश रच रहा है। एक दस्तावेज के हवाले से इस आतंकी संगठन के खूंखार इरादों का पता चला है। साजिश के मुताबिक, आइएस ईरान पर कब्जा कर परमाणु बम की तकनीक हासिल करेगा। इसके बाद नाजी अंदाज में बड़े पैमाने पर नरसंहार किया जाएगा और स्वयंभू खलीफा की खिलाफत को फैलाया जाएगा।
आइएस ने अपने आतंकियों से कहा है कि वह ईरान से युद्ध की योजना बनाएं। माना जाता है कि यह दस्तावेज अब्दुल्ला अहमद अल मेशदानी ने लिखा है। अब्दुल्ला आइएस की गोपनीय छह सदस्यीय युद्ध समिति का सदस्य है। 'संडे टाइम्स' की खबरों के अनुसार इराक के विशेष बलों ने मार्च में आइएस के एक कमांडर के घर पर छापा मारा था। वहीं से यह दस्तावेज बरामद किए गए थे। इस दस्तावेज की पश्चिमी देशों के सुरक्षा विशेषज्ञों ने जांच की थी। जांच के बाद इन्हें प्रामाणिक पाया गया। इसमें अब्दुल्ला ने लिखा कि आइएस को रूस की मदद से परमाणु हथियार हासिल करना है। इसके बदले में हम इराक के अनबर प्रांत में अपने कब्जे वाले गैस क्षेत्र मॉस्को को दे सकते हैं। दस्तावेज के मुताबिक, आतंकी रूस से मांग करते वह ईरान और उसके परमाणु कार्यक्रम को छोड़ दे। साथ ही परमाणु रहस्य हमारे हवाले कर दे। उसे ईरान के खिलाफ खाड़ी देशों को समर्थन करना चाहिए। इसके अलावा मॉस्को को सीरिया के राष्ट्रपति बशर अल असद का समर्थन भी बंद करना पड़ेगा। अखबार ने कहा है कि इस दस्तावेज से आइएस के कमांडरों की क्रूर महत्वाकांक्षा का पता चलता है। आइएस ने सीरिया और इराक के एक बड़े हिस्से पर कब्जा कर लिया है। इसके सरगना अबु बकर अल बगदादी ने जीते हुए इलाके को इस्लामी राष्ट्र और खुद को खलीफा घोषित कर दिया है। मेशदानी और उसकी क्रूर योजनाएंइस दस्तावेज से 70 अलग-अलग तरह की साजिशों का खुलासा हुआ है। इनमें जातीय नरसंहार, नाजी तौर तरीकों पर विचार, खुफिया सूचनाओं को इकट्ठा करना और खिलाफत को बढ़ाना शामिल है। मेशदानी आइएस के आत्मघाती हमलावरों के दस्ते का प्रबंधन संभालता है। वह बेहद क्रूर सोच का आतंकी है। उसकी योजना शिया बहुसंख्यक ईरान को नष्ट कर देने की है। मेशदानी ने आतंकियों को इराकी सेनाप्रमुखों, शिया अधिकारियों और मिलीशिया में शामिल लोगों की हत्या करने का निर्देश दिया हुआ है। वह रासायनिक हथियार भी हासिल करना चाहता है। उसने यमन और ¨हद महासागर में द्वीप खरीदकर सैन्य अड्डे बनाने की साजिश भी रची है।