आइएस आतंकियों का लीबिया ऑयल फील्ड का हमला, 8 की मौत
इस्लामिक स्टेट ग्रुप के जिहादियों ने शुक्रवार को दक्षिणी लीबिया के तेल क्षेत्र अल-गनी पर हमला कर आठ सुरक्षाकर्मियों को मौत के घाट उतार दिया। तेल प्रतिष्ठानों की सुरक्षा करने वाली इकाई के एक प्रवक्ता ने इस बात की जानकारी दी है। लीबिया की राष्ट्रीय तेल कंपनी (एनओसी) ने भी
By Tilak RajEdited By: Updated: Sat, 07 Mar 2015 08:55 AM (IST)
लीबिया। इस्लामिक स्टेट ग्रुप के जिहादियों ने शुक्रवार को दक्षिणी लीबिया के तेल क्षेत्र अल-गनी पर हमला कर आठ सुरक्षाकर्मियों को मौत के घाट उतार दिया। तेल प्रतिष्ठानों की सुरक्षा करने वाली इकाई के एक प्रवक्ता ने इस बात की जानकारी दी है। लीबिया की राष्ट्रीय तेल कंपनी (एनओसी) ने भी इस हमले की पुष्टि कर दी है।
एनओसी ने बताया कि कुछ अज्ञात बंदूकधारी इमारम में घुसे और उन्होंने तोड़फोड़ की व आग लगा दी। ऐसे में इमारत के अंदर मौजूद कर्मचारियों ने भाग कर अपनी जान बचाई। अली-अल-हस्सी ने बताया कि तेल क्षेत्र में लगी आग का गुबार 60 किलोमीटर दूर जिला शहर से भी देखा जा सकता था।इसे भी पढ़ें: लंदन में रह रहा है जिहादी जॉन का दोस्त! एनओसी ने बताया कि सरकार ने आर्मी को मौके पर भेज फिर से ऑयल क्षेत्र पर अपना कब्जा जमाया। साथ ही दूसरे ऑयल फील्ड से कर्मचारियों को भेज स्थिति पर नियंत्रण किया। बता दें कि मंगलवार को इस्लामिक स्टेट आतंकवादियों ने अल-बाही और अल-मब्ाारक ऑयल फील्ड पर कब्जा कर लिया था। इसके बाद एनओसी ने आशंका जताई थी कि उत्तर अफीकी राष्ट्र की सभी 11 ऑयल फील्ड पर भी ऐसे हमले हो सकते हैं। कंपनी ने बुधवार को हमले के डर की वजह से धमकी थी कि अगर सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम नहीं किए जाते हैं, तो वे सभी ऑयल फील्ड और पोर्ट पर काम बंद कर देगी।
बता दें कि इससे पहले अब-मबारक में कुछ लोगों ने 11 लोगों को मौत के घाट उतार दिया था, लेकिन इस हमले की जिम्मेदारी किसी आंतकी संगठन ने नहीं ली थी। तेल लीबिया का मुख्य प्राकृतिक संसाधन है। यहां प्रतिदिन 1.6 लाख बैरल का उत्पादन किया जाता है। एक अनुमान के अनुसार निर्यात का 95 प्रतिशत और बजट के राजस्व का 75 प्रतिशत हिस्सा तेल उत्पादन से ही प्राप्त होता है। ऐसे में अगर तेल कंपनियां उत्पादन करने से मना कर देती हैं, तो देश की अर्थव्यवस्था चरमरा जाएगी।इसे भी पढ़ें: आइएस का अब तक का सबसे क्रूर कारनामा, मां को खिलाया बेटे का मांस