नौसैनिक मामला: इटली ने भारत के रवैये की आलोचना की
भारतीय सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई से पहले इटली ने अपने दो नौसैनिकों के मामले को लेकर भारत के रवैये की आलोचना की है। इन दोनों नौसैनिकों पर केरल के दो मछुआरों की हत्या का आरोप है।
By Edited By: Updated: Sat, 01 Feb 2014 07:52 PM (IST)
रोम। भारतीय सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई से पहले इटली ने अपने दो नौसैनिकों के मामले को लेकर भारत के रवैये की आलोचना की है। इन दोनों नौसैनिकों पर केरल के दो मछुआरों की हत्या का आरोप है।
इटली के राष्ट्रपति जियोर्जियो नेपोलितानो द्वारा गुरुवार को जारी बयान में भारतीय अधिकारियों द्वारा की गई कार्रवाई को विरोधाभासी और परेशान करने वाला करार दिया है। उन्होंने कहा कि वह प्रधानमंत्री एनरिको लेटा द्वारा नौसैनिकों के मसले पर जागरुकता पैदा करने के लिए इटली के अंतरराष्ट्रीय साझेदारों से बात करने के प्रयासों का समर्थन करेंगे। भारतीय कानून के तहत दोषी पाए जाने पर नौसैनिकों को मौत की सजा हो सकती है। गत गुरुवार को दिल्ली की एक विशेष अदालत ने मामले की सुनवाई 25 फरवरी तक स्थगित कर दी थी, जिससे तनाव बढ़ गया है। अदालत ने कहा था कि वह सुप्रीम कोर्ट में राष्ट्रीय जांच एजेंसी की याचिका पर तीन फरवरी को होने वाली सुनवाई का इंतजार कर रही है जिसमें नौसैनिकों के लिए आतंकवाद निरोधी कानून के तहत मौत की सजा की मांग की गई है। हालांकि भारतीय विदेश मंत्रालय ने उन्हें मृत्युदंड न दिए जाने का कई बार आश्वासन दिया है। इतालवी नौसैनिकों को मृत्युदंड न देने के लिए बढ़ा दवाब इटली के रक्षा मंत्री मारियो मॉरो ने शुक्रवार को कहा कि भारत नौसैनिकों को लंबे समय तक हिरासत में रखकर उनके मानवाधिकार का हनन कर रहा है। साथ ही कहा कि भारतीय न्यायिक प्रक्रिया बहुत लंबी है। फरवरी, 2012 में केरल तट के करीब इतालवी पोत एनरिका पर तैनात इटली के नौसैनिकों की गोलीबारी में दो भारतीय मछुआरों की मौत हो गई थी। जिसके बाद दोनों नौसैनिकों को गिरफ्तार कर जहाज को जब्त कर लिया गया था। हालांकि नौसैनिकों का कहना है कि उन्होंने मछुआरों को समुद्री लुटेरा समझ लिया था। दोनों फिलहाल नई दिल्ली में इटली के दूतावास में रह रहे हैं।
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