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जानिए, कौन से भारतीय शहर हैं पाकिस्तान के निशाने पर ?

पाकिस्तानी मिसाइलों से भारत पूरी तरह महफूज नहीं है। यह दावा रूस के परमाणु विशेषज्ञ पीटर तोपयीचाकनोव ने किया है।

By Lalit RaiEdited By: Updated: Fri, 20 May 2016 11:36 AM (IST)
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इस्लामाबाद। पाकिस्तान सैन्य शक्ति के मामले में भारत के सामने कहीं नहीं ठहरता है। लेकिन एक रूसी विशेषज्ञ का मानना है कि भारत और पाकिस्तान के बीच जंग के हालात में पाकिस्तान पर फतह पाना आसान नहीं होगा। भारतीय शहरों पर सटीक निशाना लगाने के लिए पाकिस्तानी मिसाइल पूरी तरह सक्षम है। भारत के महत्वपूर्ण शहरों को वो तबाह कर सकने में सक्षम हो चुका है।

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रूसी विशेषज्ञ का दावा

रूस के परमाणु विशेषज्ञ पीटर तोपयीचाकनोव का कहना है कि पाकिस्तानी मिसाइल उत्तर भारत और दक्षिण भारत की कई राजधानियों का निशाना बना सकती हैं। राजधानी दिल्ली, मुंबई, जयपुर श्रीनगर, शिमला, लखनऊ और पटना समेत बेंगलुरु और हैदाबाद को पाकिस्तानी मिसाइल आसानी से निशाना बना सकते हैं। पीटर के अनुसार एंटी बैलिस्टिक मिसाइल प्रणालियों में भारी निवेश के बावजूद भारत युद्घ की स्थिति में पाकिस्तान के संभावित परमाणु हमले से खुद को पूरी तरह बचाने में सक्षम नहीं है।

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पीटर तोपयीचाकनोव ने बताया कि बैलिस्टिक मिसाइल प्रणाली के विकास के लिए भारत को इजरायल मदद दे रहा है। रूस से एस 400 रक्षा प्रणालियों को हासिल करने की की कोशिशों के बावजूद पाकिस्तानी मिसाइलों से भारत बच नहीं सकता है।

पाकिस्तानी अखबार डॉन का कहना है कि भारत की योजना 10 साल में परमाणु हथियारों और क्षमताओं को विकसित करने की है। पर यह कल्पना करना मुश्किल है कि संघर्ष की स्थिति में अपनी सरजमीं को भारत संभावित हमले से बचाने में सक्षम होगा।

भारत ने रविवार को स्वदेश में विकसित सुपरसोनिक इंटरसेप्टर मिसाइल का परीक्षण किया था। यह दुश्मन के किसी भी बैलिस्टिक मिसाइल को नष्ट करने में सक्षम है।

हथियारों की होड़ के लिए भारत जिम्मेदार-पाक

पाकिस्तान के प्रधानमंत्री के विदेश मामलों के सलाहकार सरताज अजीज ने भारत पर हथियारों की होड़ के लिए जिम्मेदार बताया। उन्होंने कहा कि भारत पारंपरिक,परमाणु और मिसाइल विकास कार्यक्रम को अंजाम दे रहा है। जिससे हिंद महासागर में परमाणु अस्त्रों की होड़ बढ़ सकती है।

उन्होंने कहा कि अगर भारत अपने इस कार्यक्रम पर रोक नहीं लगाता है। तो इसके खिलाफ पाकिस्तान संयुक्त राष्ट्र संघ में एक प्रस्ताव लाएगा। 15 मई को भारत के बैलिस्टिक मिसाइल प्रतिरक्षा प्रणाली के सफल परीक्षण पर अजीज ने कहा कि इस हवाई रक्षा प्रणाली के अलावा भारत ने परमाणु संपन्न पनडुब्बी स्थित के-4 बैलिस्टिक मिसाइल का भी परीक्षण किया है। विदेश मामलों के सलाहकार अजीज ने संसद के उपरी सदन सीनेट में दिये बयान में कहा कि भारत अपने दूसरे हमलावर परमाणु क्षमता के तहत परमाणु चालित बड़ी पनडुब्बियां भी बना रहा है।

उन्होंने सीनेट को बताया कि पाकिस्तान अपनी रक्षा क्षमताओं को बढ़ाने के लिए सभी जरूरी कदम उठाएगा। अजीज ने कहा कि भारत द्वारा बैलिस्टिक मिसाइल रक्षा तंत्र और परमाणु चालिक पनडुब्बियों का विकास दक्षिण एशिया में सामरिक संतुलन को बिगाड़ेगा और हिंद महासागर के आसपास स्थित 32 देशों की समुद्री सुरक्षा पर असर पड़ेगा।

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