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पीएम मोदी यूएस कांग्रेस को करेंगे संबोधित, जानें 10 खास बातें

पीएम मोदी आज अमेरिकी कांग्रेस के संयुक्त सत्र को संबोधित करेंगे। हाउस ऑफ रिप्रजेंटेटिव के पॉल रायन ने कहा कि ये एक ऐतिहासिक संबोधन होगा।

By Lalit RaiEdited By: Updated: Wed, 08 Jun 2016 07:36 PM (IST)

वाशिंगटन। भारत और अमेरिका के रिश्तों में उतार-चढ़ाव का दौर हमेशा से रहा है। लेकिन पिछले दो साल में दोनों देश एक दूसरे के काफी करीब आए हैं। राष्ट्रपति बराक ओबामा ने कहा था कि दुनिया के दो महान लोकतांत्रिक देश एक नए इतिहास को बना सकते हैं। वहीं पीएम मोदी ने कहा था कि बदल रहे अंतरराष्ट्रीय माहौल में अमेरिका के साथ बेहतर संबंध समय की मांग है। अमेरिकी दौरे में एमटीसीआर और एनएसजी के मुद्दे पर कामयाबी के बाद पीएम यूएस कांग्रेस के संयुक्त सत्र को आज संबोधित करेंगे। जानने की कोशिश करते हैं कि पीएम द्वारा संयुक्त सत्र को संबोधित करना क्यों महत्वपूर्ण है।

1. संयुक्त सत्र को संबोधित करने के लिए हाउस ऑफ रिप्रजेंटेटिव के स्पीकर पॉल रायन ने आमंत्रित किया था। रायन ने 28 अप्रैल को बताया कि यूएस सीनेटर चाहते थे कि पीएम मोदी कांग्रेस के संयुक्त सत्र को संबोधित करें।

2. पॉल रायन ने कहा कि भारत और अमेरिका के बीच दोस्ती स्थायित्व की पुकार है। इस सत्र के जरिए पूरी दुनिया विश्व के महान लोकतंत्र ते लोकप्रिय नेता को सुनेगी। भारत और अमेरिका लोकतंत्र की मजबूती के लिए एक साथ चलने के लिए प्रतिबद्ध हैं। ये एक ऐसा मौका है जिसका इंतजार न सिर्फ अमेरिका और भारत को है बल्कि पुरी दुनिया उस क्षण का इंतजार कर रही है।

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3. संयुक्त सत्र के जरिए अमेरिका अपने खास विदेशी मेहमानों का सम्मान करता है। 1945 से ये प्रक्रिया स्थायी रूप से अपनायी गई। 1945 से पहले वर्ष 1941 और 1943 में ब्रिटिश पीएम विंस्टन चर्चिल ने अमेरिकी कांग्रेस के संयुक्त सत्र को संबोधित किया था।

4. 1985 में पहली बार राजीव गांधी ने अमेरिका कांग्रेस को संबोधित किया था। उसके बाद ये मौका नरसिम्हाराव, अटलबिहारी वाजपेेयी, मनमोहन सिंह को मिला। पीएम नरेंद्र मोदी अमेरिकी कांग्रेस को संबोधित करने वाले पांचवें पीएम होंगे।

5.1941 से 117 बार विदेशी मेहमानों ने अमेरिकी कांग्रेस को संबोधित किया है। पीएम मोदी 118वें विदेशी मेहमान होंगे जो आज संयुक्त सत्र को संबोधित करेंगे।

6. चीन के किसी भी राष्ट्राध्यक्ष ने आज तक संयुक्त सत्र को संबोधित नहीं किया है। लेकिन पाकिस्तान की तरफ से जनरल अयूब खान ने 1961 और पीएम बेनजीर भुट्टो 1985 में संयुक्त सत्र को संबोधित नहीं किया था।

7. पीएम मोदी का संबोधन अमेरिकी कांग्रेस में इस साल का पहला संबोधन होगा।

8. वर्ष 2015 में पोप फ्रांसिस समेत अफगानिस्तान के राष्ट्रपति अब्दुल घानी, जापान के पीएम शिंजो एबे और इजरायल के पीएन बेंजामीन नेतन्याहू ने अमेरिकी कांग्रेस को संबोधित किया था।

9. फ्रांस, ब्रिटेन और इजरायल ने सर्वाधिक आठ बार अमेरिकी कांग्रेस को संबोधित किया है। मेक्सिको, इटली, आयरलैंड और साउथ कोरिया ने 6 बार संयुक्त सत्र को संबोधित किया है।

10. विंस्टन चर्चिल और बेंजामिन नेतन्याहू ने सर्वाधिक तीन बार अमेरिकी कांग्रेस के संयुक्त सत्र को संबोधित किया है। जबकि नेल्सन मंडेला और इजरायल के इत्जाक रॉबिन ने दो बार संयुक्त सत्र को संबोधित किया है।

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