पायलट ने दिखाई होती समझदारी तो बच जाती 45 लोगों की जान
ट्रांस एशिया विमान के पायलट ने विमान के एक इंजन के खराब हो जाने पर गलती से दूसरा इंजन भी बंद कर दिया जिसके चलते विमान एक नंदी में जा गिरा।
ताइपेई (एएफपी)। पिछले वर्ष फरवरी में दुर्घटना का शिकार हुए ट्रांस एशिया के विमान GE 235 की अंंतिम जांच रिपोर्ट आज जारी कर दी गई। इस जांच रिपोर्ट में जो तथ्य निकलकर सामने आए हैं वह बेहद ही चौंकाने वालेे हैं। रिपोर्ट में कहा गया है कि विमान को उड़ाने वाले दोनों ही पायलट के गलत फैसलों की वजह से यह विमान उड़ान के कुछ ही मिनट बाद क्रेश हो गया। इस विमान हादसे में करीब 45 लोगों की मौत हो गई थी जबकि करीब 15 लोग जिंदा बच गए थे।
रिपोर्ट में कहा गया है कि जांच के दौरान पायलट द्वारा की गई बड़ी गलतियां सामने आई हैं। इस विमान ने चार फरवरी 2015 को ताइपेई के सोंगशान हवाई अडडेे से उड़ान भरी थी। उड़ान भरने के तुरंत बाद विमान का एक इंजर खराब होकर अचानक बंद हो गया। इसके बाद विमान के पायलट ने बिना सोचे समझे सही से काम कर रहे इंजन को भी बंद कर दिया। जब तक विमान के दोनों पायलटों को अपनी इस गलती का एहसास होता तब तक विमान बहुमंजिला इमारतों के ऊपर से हाेता हुआ कुछ ही दूरी पर किलुंग नदी में जा गिरा। विमान के इस पूरे वाकये काेे वहां से गुजर रहे एक व्यक्ति ने शूट भी किया।
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ताइवान की एविएशन सेफ्टी काउंसिल ने इस बात को बाद में कंफर्म भी किया है कि उड़ान के दौरान ही विमान का एक इंजन खराब होने की वजह से तुरंत बंद हो गया था और दूसरे इंजन को पायलट ने गलती से बंद कर दिया। उनके मुताबिक विमान के दोनों इंजन बंद होने के बाद उन्हें इस आपात स्थिति से निपटने की कोई सूरत दिखाई नहीं पड़ी और उन्होंने विमान को नीचे उतारने की बजाए उड़ाए रखने का निर्णय लिया। जिसकी वजह से यह विमान हादसे का शिकार हुआ। इस दौरान पायलटों के पास इतना समय नहीं था कि वह दोबारा इंजन को स्टार्ट कर विमान को कंट्रोल कर सकें।
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इस जांच रिपोर्ट के बाद ट्रांस एशिया ने अपने ट्रेनिंग प्रोग्राम को फिर से जांचने और साथ ही सेफ्टी मेजर्स को भी दोबारा जांचने का निर्णय लिया है। इस जांच रिपोर्ट में साफतौर पर कहा है कि विमान के क्रू ने सहीं निर्णय नहीं लिया और लगातार कई बड़ी गलतियां की, जिस वजह से यह विमान हादसे का शिकार हुआ। इसमें कहा गया है कि विमान के दोनों पायलटों को अपनी गलती का एहसास हो चुका था लेकिन उस वक्त तक काफी देर हो चुकी थी। यह विमान ताइपेई से किनमेन की उड़ान पर था।