भारत की नई आर्थिक यात्रा का हमसफर बने आसियान
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दक्षिण पूर्वी एशिया के 10 देशों के संगठन आसियान को भारत की नई आíथक यात्रा का हमसफर बनने का न्योता दिया। इस दौरान उन्होंने देश के कारोबारी माहौल और व्यापार नीति बड़े सुधार लाने का वादा किया। आसियान के नेताओं के साथ मोदी ने गोलमेज वार्ता
By manoj yadavEdited By: Updated: Wed, 12 Nov 2014 09:35 PM (IST)
नाए प्यीडॉ। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दक्षिण पूर्वी एशिया के 10 देशों के संगठन आसियान को भारत की नई आíथक यात्रा का हमसफर बनने का न्योता दिया। इस दौरान उन्होंने देश के कारोबारी माहौल और व्यापार नीति बड़े सुधार लाने का वादा किया। आसियान के नेताओं के साथ मोदी ने गोलमेज वार्ता में कहा कि भारत में आíथक विकास, औद्योगिकीकरण और व्यापार के एक नए युग की शुरुआत हो चुकी है। मोदी ने हिंदी में बोलते हुए कहा कि तेजी से बढ़ता हुआ भारत और आसियान एक दूसरे के बड़े सहयोगी हो सकते हैं।
मोदी ने कहा, "हम भारत में एक नई आíथक यात्रा पर निकल चुके हैं। इस नए माहौल में हम आपको आमंत्रित करते हैं।" उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि भारत बिना बाधा के कारोबार के लिए सभी की खातिर खुला रहेगा। देश के कारोबारी माहौल को बेहतर बनाने के लिए और कदम उठाए जाएंगे। दस देशों का यह संगठन अगले साल के अंत तक एक आíथक समुदाय की शक्ल लेने जा रहा है।मिला मेक इन इंडिया को समर्थन गोलमेज वार्ता में भाग लेने के अलावा मोदी ने आसियान देशों के नेताओं से द्विपक्षीय बातचीत भी की। इस दौरान मोदी के "मेक इन इंडिया" अभियान को आसियान का समर्थन मिला। थाइलैंड के प्रधानमंत्री जनरल प्रयुत चान ओ चा ने मोदी से मुलाकात के बाद कहा, "मेक इन इंडिया अभियान की मैं प्रशंसा करता हूं।" मोदी ने मलेशिया के प्रधानमंत्री नजीब रज्जाक से मुलाकात के दौरान भी मेक इन इंडिया पर बात की।
अभी केवल तीन फीसद व्यापार
अभी केवल तीन फीसद व्यापार
फिलहाल भारत और आसियान के बीच करीब 76 अरब डॉलर का व्यापार हो रहा है। यह आसियान के कुल व्यापार का महज तीन प्रतिशत है। इसे 2015 तक 100 अरब डॉलर करने का लक्ष्य रखा गया है।पढ़ेंः आतंकवाद के खिलाफ साथ आए चीन: ओबामा