अब अमेरिका में ई-सिगरेट पर लगा प्रतिबंध
अमेरिकी शहर लॉस एंजलिस के जनप्रतिनिधियों ने धूम्रपान वर्जित सार्वजनिक स्थानों पर ई-सिगरेट पर प्रतिबंध लगाने के पक्ष में मतदान किया है। शहर की परिषद ने 14-0 से आंतरिक कार्यस्थलों, बाहरी खान पान के स्थानों, पार्को, मनोरंजक स्थानों, समुद्र तटों, बार और नाइट क्लबों में ई-सिगरेट के इस्तेमाल पर प्रतिबंध लगाने की मंजूरी दी
By Edited By: Updated: Thu, 06 Mar 2014 11:22 AM (IST)
लॉस एंजलिस। अमेरिकी शहर लॉस एंजलिस के जनप्रतिनिधियों ने धूम्रपान वर्जित सार्वजनिक स्थानों पर ई-सिगरेट पर प्रतिबंध लगाने के पक्ष में मतदान किया है। शहर की परिषद ने 14-0 से आंतरिक कार्यस्थलों, बाहरी खान पान के स्थानों, पार्को, मनोरंजक स्थानों, समुद्र तटों, बार और नाइट क्लबों में ई-सिगरेट के इस्तेमाल पर प्रतिबंध लगाने की मंजूरी दी है।
हालांकि, सिगार और हुक्का लाउंस के समान तथाकथित 'वेपिंग' लाउंज और स्टोरों को इससे मुक्त रखा गया है जहां धूमपान के साथ ई-सिगरेट की भी अनुमति होगी। लॉस एंजलिस काउंटी के जनस्वास्थ्य निदेशक डॉ. जोनाथन फील्डिंग ने कहा कि सुरक्षित होने का मतलब यह नहीं है कि यह महफूज है। हां, यह जरूर है कि सामान्य सिगरेट की अपेक्षा यह कम हानिकारक है लेकिन कुछ ई-सिगरेट स्वास्थ्य के लिए खतरनाक हैं। न्यूयॉर्क में गत दिसंबर में ही ऐसा कदम उठाया जा चुका है। पढ़ें : अमेरिका ने बीड़ी पर लगाया प्रतिबंध क्या है ई-सिगरेट
ई-सिगरेट या इलेक्ट्रानिक सिगरेट एक बैटरी चालित उपकरण है जो एक सामान्य सिगरेट जैसी ही दिखती है। जब इसका इस्तेमाल किया जाता है तो इसमें भरा निकोटीन वाष्पीकृत होकर सांस के साथ शरीर के अंदर चला जाता है जिससे सचमुच में सिगरेट पीने का आभास होता है। सामान्य सिगरेट में तंबाकू जलने से हानिकारक तत्व पैदा होता जबकि ई सिगरेट में यह नहीं है लेकिन इसमें निकोटीन होने की वजह से यह नुकसानदायक हो सकती है। पढ़ें : भारतीय बीड़ी-सिगरेट बेचने वाली वेबसाइटों को अमेरिकी चेतावनी