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यौन दासियों को गर्भनिरोधक देता है आइएस

आइएस के नियंत्रण वाले क्षेत्र में यौन शोषण आम बात हो गई है। इस मामले में चौंकाने वाला खुलासा हुआ है। आइएस सेक्स स्लेव या यौन दासियों की उपलब्धता सुनिश्चित करने के लिए तरह-तरह की गर्भनिरोधक दवाइयां देता है।

By Sachin MishraEdited By: Updated: Sun, 13 Mar 2016 07:42 PM (IST)
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वाशिंगटन। आइएस के नियंत्रण वाले क्षेत्र में यौन शोषण आम बात हो गई है। इस मामले में चौंकाने वाला खुलासा हुआ है। आइएस सेक्स स्लेव या यौन दासियों की उपलब्धता सुनिश्चित करने के लिए तरह-तरह की गर्भनिरोधक दवाइयां देता है।

अमेरिकी समाचारपत्र 'न्यूयॉर्क टाइम्स' ने तीन दर्जन से ज्यादा यजीदी महिलाओं से बातचीत के आधार पर यह रिपोर्ट तैयार की है। ये महिलाएं आइएस आतंकियों के चंगुल से किसी तरह निकल भागी हैं। इसके मुताबिक, आइएस आतंकी गर्भनिरोधक दवाएं या इंजेक्शन या कभी-कभी दोनों का ही इस्तेमाल करते हैं। ऐसा इसलिए ताकि महिलाएं गर्भवती न हों।

अखबार के अनुसार, कम से कम एक महिला का जबरन गर्भपात करवाया गया, जिससे उसके साथ शारीरिक संबंध बनाया जा सके। दूसरी महिलाओं पर भी दबाव डाला गया था। आइएस की नजर में यजीदी शैतान के उपासक होते हैं। इनमें ईसाई, पारसी व इस्लाम के अंश होते हैं।

रिपोर्ट में पीड़ित महिलाओं की जांच करने वाली एक स्त्री रोग विशेषज्ञ का भी हवाला दिया गया है। इस डॉक्टर ने बताया कि इराक में संयुक्त राष्ट्र की मदद से चल रहे क्लीनिक में सात सौ से भी ज्यादा यजीदी महिलाएं आई थीं। इनके साथ आतंकियों ने दुष्कर्म किया था। इनमें से सिर्फ पांच फीसद महिलाएं ही गर्भवती पाई गईं। यूएन व मानवाधिकार संगठन आइएस पर महिलाओं-किशोरियों का अपहरण करने का आरोप लगाते रहते हैं।

इन संगठनों के मुताबिक, आतंकी 12 साल की लड़कियों से दुष्कर्म करने से भी नहीं चूकते। आतंकियों को इनाम के तौर पर महिलाएं व लड़कियां दी जाती हैं। इन्हें बेचा भी जाता है। वर्ष 2014 में आइएस आतंकियों ने करीब पांच हजार यजीदी पुरुष व महिलाओं को पकड़ा था। इनमें से लगभग दो हजार लोग भागने में सफल रहे थे।

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