मलेशियाई विमान पर मिसाइल हमला, चालक दल समेत 295 की मौत
ठीक पांच महीने के अंदर मलेशिया का एक और यात्री विमान हादसे का शिकार बना। इस बार मलेशियन एयरलाइन के बोइंग 777 की उड़ान संख्या एमएच 17 को पूर्वी यूक्रेन के असमान में एक मिसाइल हमले में मार गिराया गया। विमान में 23 अमेरिकी नागरिकों सहित सवार 2
By Edited By: Updated: Fri, 18 Jul 2014 10:33 AM (IST)
कीव। ठीक पांच महीने के अंदर मलेशिया का एक और यात्री विमान हादसे का शिकार बना। इस बार मलेशियन एयरलाइन के बोइंग 777 की उड़ान संख्या एमएच 17 को पूर्वी यूक्रेन के असमान में एक मिसाइल हमले में मार गिराया गया। विमान में 23 अमेरिकी नागरिकों सहित सवार 280 यात्रियों और चालक दल के 15 सदस्यों समेत सभी की मौत हो गई। यह विमान नीदरलैंड्स की राजधानी एम्सटर्डम से कुआलालंपुर जा रहा था।
इस बीच रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने इस हादसे के लिए यूक्रेन को सीधे सीधे जिम्मेदार ठहराया है। उन्होंने कहा कि जहां विमान का मलबा गिरा है वह यूक्रेन के सीमा क्षेत्र में है, लिहाजा इस हादसे के लिए वही जिम्मेदार भी है। रूसी राष्ट्रपति ने यहां तक कहा कि यदि क्षेत्र में शांति स्थापित होती तो इस तरह की घटना नहीं होती। उन्होंने अपनी सभी एजेंसियों को इस बाबत मलेशियाई सरकार की हर संभव मदद करने का भी निर्देश दिया है। वहीं दूसरी ओर संयुक्त राष्ट्र के महासचिव बान की मून ने इस हादसे की अंतरराष्ट्रीय स्तर पर जांच कराने को कहा है। उन्होंने कहा कि यह बेहद जरूरी है कि इस हादसे की जांच निष्पक्ष तरीके से की जाए, जिससे सच सामने आ सके। इसके पहले 8 मार्च को मलेशियाई एयरलाइंस का विमान एमएच370 रहस्मय तरीके से ¨हद महासागर में लापता हो गया था। कुआलालंपुर से बीजिंग जा रहे उस विमान में 227 यात्री और 12 क्रू मेंबर थे। यूक्रेन में हादसे का शिकार हुआ मलेशियाई विमान किसकी मिसाइल का निशाना बना, इसे लेकर विरोधाभासी खबरें आ रही हैं। अपने एक और विमान के हादसे का शिकार होने पर मलेशिया के प्रधानमंत्री नजीब रजाक ने कहा है कि उन्हें विमान के दुर्घटनाग्रस्त होने की खबर से गहरा झटका लगा है। यूक्रेन के गृह मंत्रालय ने आशंका जताई है कि हादसे में कोई भी नहीं बचा। वहीं, सूत्रों ने आशंका जताई है कि विमान पर जमीन से हवा में मार करने वाली मिसाइल से हमला किया गया है।
मलेशिया के स्टार अखबार ने सूत्रों के हवाले से विमान पर मिसाइल हमले की पुष्टि की है। हालांकि, आधिकारिक तौर पर अब तक इसकी पुष्टि नहीं हो पाई है। बताया जाता है कि विमान दोनेस्क के शाकतर्स्क इलाके में रडार से गायब हो गया। एयरलाइन ने ट्विटर पर जानकारी दी है कि आखिरी बार विमान से यूक्रेन की वायु सीमा में संपर्क हुआ था। हादसे के वक्त यह 30 हजार फीट की ऊंचाई पर था। रूसी न्यूज एजेंसी इतर-तास ने बताया कि विमान उनकी सीमा से 60 किमी पहले दुर्घटनाग्रस्त हुआ। सूत्रों के मुताबिक, जिस इलाके में विमान दुर्घटनाग्रस्त हुआ है, वहां रूस समर्थक विद्रोहियों और यूक्रेन की सेना के बीच संघर्ष चल रहा है। इस इलाके में हाल के दिनों में यूक्रेन सेना के कई विमान मार गिराए गए हैं।
दूसरी ओर रूस, यूक्रेन और रूस समर्थक विद्रोहियों में से किसी ने भी मलेशियाई विमान एमएच 17 पर मिसाइल हमले की जिम्मेदारी नहीं ली है। यूक्रेन के राष्ट्रपति पेट्रो पोरोशेंको ने कहा है कि हालांकि, विमान को हमारे देश की सीमा में मार गिराया जा सकता है, लेकिन हमारी सेना ने आसमान में किसी लक्ष्य को निशाना नहीं बनाया। साथ ही उन्होंने विमान पर मिसाइल हमले की आशंका से इन्कार भी नहीं किया है। वहीं, विद्रोहियों के नेताओं का कहना है कि उनके पास सिर्फ 3,000 मीटर ऊंचाई तक मार करने वाले हथियार ही हैं, जबकि विमान 10 हजार मीटर की ऊंचाई पर उड़ रहा था। उन्होंने इस हादसे के लिए यूक्रेन की सेना को जिम्मेदार बताया है, जबकि रूस का कहना है कि विमान उनकी सीमा से 60 किमी पहले यूक्रेन की सीमा में गिरा है। पढ़ें: अमेरिका ने पहले ही दे दी थी यूक्रेन के हवाई क्षेत्र का इस्तेमाल न करने की चेतावनी पढ़ें: पंद्रह किमी के दायरे में फैला मलेशियाई विमान का मलबा पढ़ें: हिंद महासागर में ही गिरा था एमएच 370...