ऑस्ट्रेलिया को एमएच370 के हिंद महासागर में होने का भरोसा
ऑस्ट्रेलिया के उप प्रधानमंत्री का कहना है कि अधिकारियों को अब भी भरोसा है कि मलेशिया का लापता विमान दक्षिणी हिंद महासागर में कहीं है। बावजूद इसके कि समुद्र की तलहटी में निर्धारित इलाके में मलबे का नामोनिशान नहीं मिला है। जबकि मानवरहित पनडुब्बी अपना खोजी अभियान पूरा कर चुकी है।
By Edited By: Updated: Thu, 29 May 2014 06:00 PM (IST)
सिडनी। ऑस्ट्रेलिया के उप प्रधानमंत्री का कहना है कि अधिकारियों को अब भी भरोसा है कि मलेशिया का लापता विमान दक्षिणी हिंद महासागर में कहीं है। बावजूद इसके कि समुद्र की तलहटी में निर्धारित इलाके में मलबे का नामोनिशान नहीं मिला है। जबकि मानवरहित पनडुब्बी अपना खोजी अभियान पूरा कर चुकी है।
ऑस्ट्रेलिया के उत्तरी पश्चिमी तट से 1600 किमी दूर के इलाके में पिछले महीने सिग्नल मिलने के बाद खोज अभियान को सीमित कर दिया गया था। माना गया था कि सिग्नल लापता विमान के ब्लैक बॉक्स के थे। ऑस्ट्रेलिया की संसद को गुरुवार को वारेन ट्रूस ने बताया कि हमने उस इलाके में खोज इसलिए केंद्रित की, क्योंकि सिग्नल से ठोस सूचना मिली थी। उन्होंने कहा कि हमें अब भी भरोसा है कि विमान दक्षिणी हिंद महासागर में कहीं है। जबकि सीएनएन से अमेरिकी नौसेना के डिप्टी डायरेक्टर [समुद्र इंजीनियरिंग] माइकल डीन ने कहा कि अधिकारी मान चुके हैं कि वो सिग्नल एमएच370 के ब्लैक बॉक्स के नहीं थे। यदि सिग्नल उसके होते तो अब तक खोजकर्ता उसे खोज चुके होते। इस बीच संयुक्त एजेंसी समन्वय केंद्र (जेएसीसी) ने बताया कि पानी के भीतर एमएच370 विमान की खोज में ब्लूफिन-21 ने अपने अंतिम अभियान को पूरा कर लिया। जेएसीसी ने इस बात की पुष्टि की कि ब्लूफिन-21 को विमान के मलबे का कोई संकेत नहीं मिला। पनडुब्बी ने 850 किमी इलाके की छानबीन की। गौरतलब है कि एमएच370 विमान गत आठ मार्च को कुआलालंपुर से बीजिंग के लिए उड़ा था। एक घंटे बाद ही वह लापता हो गया। इस पर 239 लोग सवार थे। तब से इसकी कोई खोज-खबर नहीं मिली है। पढ़ें : मलेशियाई विमान हादसे की सेटेलाइट रिपोर्ट जारी