भारत और अमेरिका ने दोनों देशों के रिश्तों को और आगे ले जाने पर सहमति जताते हुए हर क्षेत्र में एक-दूसरे का सहयोग करने का फैसला किया है। करीब डेढ़ घंटे चली शिखर वार्ता के बाद साझा संवाददाता सम्मेलन में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और राष्ट्रपति बराक ओबामा ने परमाणु ऊर्जा, आतंकवाद, अफगानिस्तान और पर्यावरण जैसे मुद्दों पर तालमेल बढ़ाने की घोषणा की।
By Sanjay BhardwajEdited By: Updated: Wed, 01 Oct 2014 08:53 AM (IST)
वाशिंगटन। भारत और अमेरिका ने दोनों देशों के रिश्तों को और आगे ले जाने पर सहमति जताते हुए हर क्षेत्र में एक-दूसरे का सहयोग करने का फैसला किया है। करीब डेढ़ घंटे चली शिखर वार्ता के बाद साझा संवाददाता सम्मेलन में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और राष्ट्रपति बराक ओबामा ने परमाणु ऊर्जा, आतंकवाद, अफगानिस्तान और पर्यावरण जैसे मुद्दों पर तालमेल बढ़ाने की घोषणा की। बैठक के दौरान दोनों देशों के बीच रक्षा सहयोग दस वर्षो के लिए बढ़ाने का फैसला लिया गया और मोदी ने अमेरिकी कंपनियों को भारतीय रक्षा निर्माण क्षेत्र में भागीदार बनने का आग्रह किया। दक्षिण एशिया और पश्चिम एशिया में आतंकी खतरों पर भी चर्चा हुई।
मोदी की अमेरिका यात्रा के आखिरी दिन मंगलवार को लगभग एक घंटे तक चली बैठक के दौरान दोनों देशों के बीच आर्थिक सहयोग, कारोबार और पूंजी निवेश पर विस्तार से चर्चा हुई। मोदी ने अमेरिकी राष्ट्रपति से भारत की सेवा कंपनियों के लिए अमेरिकी बाजार तक पहुंच आसान बनाने के लिए कदम उठाने को कहा। शिखर वार्ता में यह भी फैसला लिया गया कि अमेरिका इलाहाबाद, अजमेर, विशाखापत्तनम को स्मार्ट सिटी बनाने में सहयोग देगा।
संवाददाता सम्मेलन में मोदी ने कहा कि भारत आर्थिक सहयोग के लिए अपनी नीतियों में बदलाव लाएगा। भारत में अवसर बढ़ रहे हैं और वहां कारोबार करना अब लाभदायक होगा। उन्होंने विश्वास व्यक्त किया कि नए परिवेश में दोनों देशों के बीच ज्यादा आर्थिक सहयोग संभव हो सकेगा। मोदी ने कहा कि अमेरिका भारत का स्वाभाविक पार्टनर है और ओबामा के साथ उन्होंने दोनों देशों की प्राथमिकताओं पर विस्तार से चर्चा की। इस मौके पर अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा ने कहा कि वह भारत के साथ अमेरिका के मौजूदा संबंधों को और प्रगाढ़ करना चाहते हैं। मोदी ने ओबामा को सपरिवार भारत आने का भी निमंत्रण दिया। इससे पहले ओबामा से बातचीत के लिए मोदी ब्लेयर हाउस से सीधे ह्वाइट हाउस के वेस्ट विंग पहुंचे। मोदी और ओबामा के बीच यह दूसरी वार्ता थी। इससे पहले सोमवार रात डिनर पर दोनों नेताओं ने आपसी संबंधों के अलावा अंतरराष्ट्रीय सहयोग के मुद्दों पर बातचीत की थी।
प्रतिनिधिमंडल में ये थे शामिलमोदी और ओबामा के साथ शिखर वार्ता में दोनों देशों के उच्चस्तरीय प्रतिनिधिमंडल ने भी भाग लिया। भारतीय प्रतिनिधिमंडल में विदेश मंत्री सुषमा स्वराज, राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजित डोभाल, अमेरिका में राजदूत एस. जयशंकर के अलावा प्रधानमंत्री कार्यालय और विदेश मंत्रालय के वरिष्ठ अधिकारी शामिल थे। अमेरिकी दल में उप राष्ट्रपति जो बिडेन, विदेश मंत्री जॉन केरी, राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार सुसन राइस और दक्षिण व मध्य एशिया मामलों की सहायक विदेश सचिव निशा देसाई बिस्वाल शामिल थीं।
हेगल ने की मोदी से भेंटअमेरिका के रक्षा मंत्री चक हेगल ने मोदी से मिलकर दोनों देशों के बीच रक्षा सहयोग और आतंकवाद से निपटने के तरीकों पर बात की। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता सैयद अकबरुद्दीन ने ट्विटर पर बताया कि दोनों नेताओं के बीच विश्व के सामने इबोला वायरस और आतंकवाद की चुनौतियों को लेकर चर्चा हुई। 'मंगल ग्रह पर भारत और अमेरिका के अभियान पहुंचने के कुछ ही दिनों के भीतर धरती पर हमारी मुलाकात दोनों देशों की सुख-समृद्धि का प्रतीक है।' -नरेंद्र मोदी, प्रधानमंत्री
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