ओबामा और मोदी के बीच गहरे संबंध: अमेरिकी अधिकारी
जलवायु परिवर्तन पर अमेरिका के विशेष प्रतिनिध टोड स्टर्न ने कहा है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा के बीच आपसी संबंध काफी मजबूत हैं, जिसका असर दोनों देशों के संबंधों पर पडेगा।
न्यूयार्क। अमेरिका के एक शीर्ष जलवायु परिवर्तन अधिकारी का कहना है कि अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दोनों देशों के बीच संबंधों को गहरा और मजबूत किया है। जलवायु परिवर्तन पर अमेरिका के विशेष प्रतिनिध टोड स्टर्न ने कल कहा कि-" राष्ट्रपति ओबामा और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संबंध केवल जलवायु परिवर्तन तक ही नहीं हैं बल्कि और भी गहरे हैं।" टोड ने कहा कि यह एक असाधारण तथ्य था कि केवल चार महीने के छोटे से अंतराल के भीतर दो देशों के प्रमुखों ने एक दूसरे देशों की यात्रा की जिसमें सिंतबर 2014 में पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अमेरिका की यात्रा की और तत्पश्चात् प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 4 माह बाद ही अमेरिका के राष्ट्रपति को 26 जनवरी के अवसर पर भारत आमंत्रित किया।"
टोड स्टर्न ने कहा कि उसके बाद दोनों नेताओं ने एक दूसरे से गहरी बातचीत जारी रखी। स्टेर्न ने कहा कि-"दोनों नेताओं ने न्यूयॉर्क में संयुक्त राष्ट्र महासभा के ईतर मुलाकात की और फिर पेरिस की बैठक के पहले दिन भी मुलाकात की।" स्टर्न के कहा कि- "बैठक बहुत ही सकारात्मक, सौहार्दपूर्ण और विस्तृत तरीके से हुई थी। यहां तक कि दोनों को जाना थी लेकिन फिर भी दोनों ने काफी देर तक बातचीत की लेकिन अनुसंधान और विकास पर बड़े अविष्कारी मिशन की अवधारणा की घोषणा करने के लिए दोनों ने थोड़ा इंतजार किया और अंतत: अमेरिका, भारत, चीन और अन्य देश इसका हिस्सा बने।"
स्टर्न के अनुसार "यही बुलावा था और अंत में हम कैसे कार्य करते थे, इसके लिए एक चैक इन कॉल थी और एक सफल निष्कर्ष के लिए सबको एक साथ चलने के आग्रह किया गया। और मुझे लगता है कि यह उसी भावना से किया गया था इसमें कुछ ऐसी चीजें थी जिसे समझौते के पूरा होने से पहले पूरा किया जाना था। "