पीएम मोदी ने ओबामा को गिफ्ट की गांधी जी की गीता
अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा विश्व की दो हस्तियों महात्मा गांधी और मार्टिन लूथर किंग के बहुत बड़े प्रशंसक हैं। इस बात को ध्यान में रखते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उनके लिए व्यक्तिगत रूप से उपहार चुने, जिनमें गांधीजी द्वारा लिखी गई गीता [खादी आवरण में] और मार्टिन लूथर किंग की 1959 की भारत यात्रा के दृश्य श्रव्य क्लिप शामिल हैं।
By Edited By: Updated: Tue, 30 Sep 2014 06:30 PM (IST)
वाशिंगटन। अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा विश्व की दो हस्तियों महात्मा गांधी और मार्टिन लूथर किंग के बहुत बड़े प्रशंसक हैं। इस बात को ध्यान में रखते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उनके लिए व्यक्तिगत रूप से उपहार चुने, जिनमें गांधीजी द्वारा लिखी गई गीता [खादी आवरण में] और मार्टिन लूथर किंग की 1959 की भारत यात्रा के दृश्य श्रव्य क्लिप शामिल हैं।
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता सैयद अकबरूद्दीन ने बताया कि प्रधानमंत्री कई उपहार लाए हैं। व्यक्तिगत स्तर पर वह गांधीजी द्वारा लिखे गए गीता के विशेष संस्करण की प्रति लाए। यह गांधीजी द्वारा की गई गीता की व्याख्या है। यह पुस्तक कई साल पहले प्रकाशित हुई थी। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री ने विशेष रूप से इस पुस्तक के विशेष संस्करण का आर्डर दिया था और उसकी प्रतियां विशेष रूप से तैयार की गई थीं तथा उन पर खादी का आवरण चढ़ाया गया.. ये प्रतियां दिल्ली में तैयार की गई थीं और उन्हें यहां लाया गया एवं राष्ट्रपति को भेंट किया गया। उन्होंने कहा, प्रधानमंत्री को मालूम था कि राष्ट्रपति ओबामा के मन में मार्टिन लूथर किंग के प्रति गहरा सम्मान है और राष्ट्रपति ओबामा, द किंग और प्रधानमंत्री के बीच गांधी सेतु है, अतएव मोदी ने मार्टिन लूथर के उस समय के भाषण की रिकॉर्डिग ढूंढी, जो उन्होंने 1959 में भारत की यात्रा के दौरान दिए थे और आकाशवाणी से उसे उपलब्ध कराने को कहा। उन्होंने किंग की एक फोटो भी ओबामा को भेंट की, जिसमें वह महात्मा गांधी के समाधिस्थल राजघाट पर बैठे नजर आ रहे हैं।
अकबरुद्दीन ने कहा कि ये मोदी के ओबामा को व्यक्तिगत उपहार थे। ओबामा के साथ मंगलवार को होने वाली औपचारिक द्विपक्षीय मुलाकात के लिए भी वह कुछ आधिकारिक उपहार लेकर आए हैं। सूत्रों के अनुसार मोदी ने ओबामा की दोनों बेटियों साशा और मालिया को भी उपहार भेंट किए। गौरतलब है कि मार्टिन लूथर किंग अमेरिका के एक पादरी, आंदोलनकारी, मानवाधिकार कार्यकर्ता और अफ्रीकन-अमेरिकन नागरिक अधिकार आंदोलन के प्रमुख नेता थे। उन्हें अमेरिका का गांधी भी कहा जाता है।